सिटी टुडे के लिए प्रथपाल सिंह। भगवान श्रीराम की जन्म भूमि अयोध्या में श्रीराममंदिर को मुगल आक्रांता बाबर ने 500 साल पहले खंडित कर दिया था इसके बाद से ही रामजन्म भूमि पर राम मंदिर को लेकर दो पक्षों में अक्सर टकराव की स्थिति बनी रही जो सिर्फ अयोध्या ही नहीं वरन भारत के अन्य हिस्सों में भी इस मुद्दे को लेकर तलवारें खिंची रहीं तो वहीं भारत की आजादी के बाद से लेकर अब तक विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से जुड़े खादीधारियों ने भी आस्था के इस केन्द्र व उसके महत्व और उससे जुड़े नफे नुकसान का गणित बिठाया इस दौरान मामला जिला न्यायालय होते होते भारत के सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका था यहाँ तारीख दर तारीख न्यायालयीन कार्रवाई अपनी गति से चलती रही अंत में सर्वोच्च न्यायालय ने न्यायसंगत फैसला सुनाते हुए दोनों ही पक्षों को पूर्ण संतोष प्रदान किया।
अब 22 जनवरी 2024 को राम जन्म भूमि पर 500 वर्ष बाद राममंदिर में भगवान श्रीराम जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है प्राण प्रतिष्ठा आयोजन को लेकर पूरे भारतवर्ष में उत्साह देखते ही बन रहा है मेरा स्वयं का हृदय राममय है और भारत में इस महापर्व को लेकर एक एक भारतीय के उत्साह और उल्लास को मैं महसूस कर पा रहा हूँ सचमुच अलौकिक और अद्धभुत है।
इस महापर्व की तैयारियां अयोध्या ही नहीं, उत्तरप्रदेश भी नहीं, सम्पूर्ण भारत तक भी नहीं वरन विश्वभर में पूरे श्रद्धाभाव व जोश के साथ की जा रही हैं स्पष्ट है कि विश्व श्रीराममय हो चुका है।
अयोध्या के मंदिर में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में अब महज 3 दिन ही बाकी हैं। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दिन जैसे-जैसे करीब आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे माहौल राममय होता जा रहा है. राममय माहौल अब मध्य प्रदेश के समस्त शासकीय कार्यालय में भी दिखने लगा है जहां मुख्यमंत्री मोहन यादव जी द्वारा मप्र के नागरिकों से घर घर विद्युत सज्जा, रंगोली बनाने की अपील के बाद शासकीय कार्यालय भी सजाए सँवारे जा रहे है यही नही राम भजन, सुंदर कांड और भंडारों के आयोजन भी शासन स्तर पर किये जा रहे है।
कई सप्ताह से पूरा विश्व उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रहा है। दक्षिण पूर्वी एशियाई देश हों या फिर यूरोप, अमेरिका , ऑस्ट्रेलिया या जर्मनी से जापान तक सभी राम-मय हो रहे हैं। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम अमेरिका के टाइम्स स्क्वायर से लेकर यूरोप के एफिल टावर तक पर देखने को मिलेगा।
फ्रांस की राजधानी पेरिस में 21 जनवरी को ‘राम रथ यात्रा’का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पूरे यूरोप से हजारों लोग भाग लेंगे। एफिल टावर के पास एक भव्य उत्सव भी मनाया जाएगा। इसी तरह अमेरिका में टाइम्स स्क्वायर पर 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। नॉर्थ अमेरिका से लेकर कनाडा तक के मंदिरों में पूजन और दीपोत्सव किया जाएगा। अमेरिका में कैलिफोर्निया के साथ ही वाशिंगटन, शिकागो और अन्य शहरों में विशाल कार रैलियाँ भी आयोजित की जा रही हैं।
दुनिया के 50 से अधिक देशों में बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन देशों में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लाइव देखा जा सकेगा। अमेरिका में 300, ब्रिटेन में 25, ऑस्ट्रेलिया में 30, कनाडा में 30, मॉरीशस में 100 और आयरलैंड, फिजी, इंडोनेशिया और जर्मनी जैसे 50 से अधिक देशों में बड़े पैमाने पर रामलला प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किए जाने की तैयारी है। न्यूयार्क के मेयर एरिक एडम्स ने कहा भी है कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सिर्फ भारत ही नहीं, न्यूयार्क में दक्षिण एशियाई और इंडो कैरेबियाई समुदायों के हिंदुओं के लिए भी जश्न मनाने का मौका है। प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर नेपाल से 3 हजार से अधिक उपहार अयोध्या पहुंच रहे हैं। जनकपुर से सीता जी के लिए साड़ी, चांदी के जूते, आभूषण आदि उपहार भेजे गए। श्रीलंका ने अशोक वाटिका से विशेष शिला अयोध्या भेजी है। मॉरीशस ने तो अपने यहां 22 जनवरी को अवकाश भी घोषित किया है, 2 घंटे का विशेष अवकाश पूजा पाठ के लिए प्रदान किया गया है।
राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में कुल 7 हजार से अधिक मेहमान शामिल होंगे। इसमें बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान भी होंगे। अतिथियों की सूची में अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका सहित 53 देशों के मेहमानों के नाम शामिल हैं।
अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फिजी समेत 50 देशों के प्रतिनिधियों को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अयोध्या आने का निमंत्रण पत्र दिया गया है। मुस्लिम बहुल देशों में भी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियों में उत्साह है। इंडोनेशिया, सऊदी अरब में भी प्राण प्रतिष्ठा का सजीव प्रसारण किया जाएगा।
सभी शासकीय भवनों में 21 से 26 जनवरी तक प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर 22 जनवरी को प्रदेश में मनेगा उत्सव
एल.ई.डी. की व्यवस्था प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण सार्वजनिक स्थलों पर दिखाया जायेगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव 22 जनवरी को जाएंगे ओरछा
चित्रकूट का विकास किया जाएगा
उज्जैन में एक मार्च से होगा व्यापार मेला
प्रदेश के शासकीय कैलेंडर में इस वर्ष किया गया है विक्रम संवत् का उल्लेख
दूध के उत्पादन और व्यापार-व्यवसाय के प्रोत्साहन के लिए संचालित होंगी गतिविधियां
मजदूरों का हक दिलाने के लिए बंद पड़े उद्योगों के प्रकरणों का होगा निराकरण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्री परिषद की बैठक के पहले मंत्रियों को किया संबोधित
वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक सिटी टुडे स. गुरुशरण सिंह अहलुवालिया। मप्र के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मंत्रालय में मंत्री परिषद की बैठक से पहले अपने संबोधन में चित्रकूट में कल 16 जनवरी को श्री रामचंद्र पथ गमन न्यास की पहली बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि श्रीराम पथ गमन के विकास की कार्य योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। प्रथम चरण में पथ के अयोध्या से चित्रकूट तक के विकास के लिए मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश सरकारों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में गतिविधियां संचालित की जायेंगी। पांच विशेषज्ञों की समिति बनाकर कार्य आरंभ किया जाएगा, जो क्षेत्र चिह्नित है वहाँ पहले कार्य आरंभ होगा। चित्रकूट का विकास किया जायेगा और अमरकंटक का विकास व मंदाकिनी नदी का संरक्षण भी समन्वित रूप से किया जाएगा। संबंधित एजेंसियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।
प्रदेशभर में निकाली जाएगी प्रभात फेरी और कलश यात्रा:मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर 22 जनवरी को प्रदेश में उत्सव और आयोजनों के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष कार्य योजना बनाई गई है। इसमें उज्जैन, रतलाम, देवास, सीहोर, सलकनपुर, छिंदवाड़ा, अमरकंटक, जबलपुर आदि में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जायेगी। इसी क्रम में बाबा महाकाल मंदिर से 5 लाख लड्डू अयोध्या भेजे जा रहे हैं। प्रदेश में सभी स्थानों पर प्रभात फेरी, कलश यात्रा जैसे अलग-अलग आयोजन किए जा रहे हैं, जिसमें जन अभियान परिषद की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मंदिरों में 11 से 22 तक चलने वाले स्वच्छता अभियान में मंत्रीगण तथा अधिक से अधिक जन-प्रतिनिधि भाग लें।
ग्राम पंचायतों में होगा रामचरित मानस का पाठ : मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मंदिरों और नदियों में 22 जनवरी को दीपदान प्रकाश व्यवस्था की जाएगी, साथ ही सभी शासकीय भवनों में 21 से 26 जनवरी तक प्रकाश व्यवस्था की जाएगी व चित्रकूट, ओरछा जैसे धार्मिक महत्व के स्थानों पर संस्कृति विभाग के सहयोग से विशेष आयोजन किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे स्वयं भी 22 जनवरी को संभवत ओरछा में रहेंगे। अयोध्या में 22 जनवरी को अयोध्या में हो रहे कार्यक्रम का सजीव प्रसारण जन सामान्य को दिखाने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर एल.ई.डी. की व्यवस्था की जाएं, इसके साथ ही रंगोली तथा अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां भी की जाएं। प्रदेशवासियों को अयोध्या मंदिर दर्शन के लिए ले जाया जाएगा, मंत्री भी इन यात्राओं में साथ रहें। ग्राम पंचायत स्तर पर भी रामचरित मानस, रामायण पाठ, हनुमान चालीसा आदि का आयोजन किया जाए और यह सभी आयोजन प्रभावी हों। प्रयास यह हो कि वर्ष भर प्रदेश में कार्यक्रम हों तथा चित्रकूट से अयोध्या की यात्राएं भी की जाएँ, सभी देवस्थान और तीर्थ स्थलों का रखरखाव बेहतर हो। उन्होंने साल भर संचालित होने वाली सभी गतिविधियों का कैलेंडर विकसित करने के निर्देश दिये।