
सिटी टुडे। मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग के शह और मात की राजनीति में भूपेंद्र के संरक्षण में गोविंद सिंह राजपूत के विरुद्ध अपने हितों व स्वार्थ की रक्षा के लिए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार लोकायुक्त से मुलाकात के बाद आज फिर EOW महानिदेशक श्री उपेंद्र जैन से मिलकर गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ शिकायत से जुड़े दस्तावेज देंगे परंतु वह भूपेंद्र सिंह के खिलाफ तो कुछ नहीं न बोल रहे हैं न सक्रिय हैं ऐसा क्यों?
प्राप्त गोपनीय जानकारी अनुसार उमंग तथा गोविंद के बीच शीत युद्ध की जड़ भूपेंद्र है इसीलिए भूपेंद से अभीभूत होकर उमंग उत्साहित है इसी कारण इन्होंने मीडिया को भयभीत करने के लिए भी स्वर्गीय सोनिया भारद्वाज की मां कांति देवी की ओर से अवमानना का नोटिस भी दिलवा दिया था वही गोविंद सिंह राजपूत ने अपने विरुद्ध षड्यंत्र के तहत भ्रामक प्रचार एवं अवमानना का नोटिस उच्चतम न्यायालय के एडवोकेट निखिल रोहतगी के माध्यम से दिया है दूसरी ओर उच्चतम न्यायालय में भूपेंद्र तथा उमंग सिंगार विभिन्न आरोपों से घिर जाने से अपनी पूरी शक्ति स्वयं को बचाने की जगह गोविंद सिंह राजपूत के विरुद्ध एड़ी चोटी का प्रयास कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार भूपेंद्र सिंह से अभिभूत उमंग अभी कुछ समय बाद गोविंद सिंह के विरुद्ध उन्हें आरोपी को लेकर जो सोमवार को लोकायुक्त महोदय को दी दस्तावेज दिए थे उन्हें आरोपी के दस्तावेज आज डीजी ईओडबलु श्री उपेंद्र जैन को सौप कर जांच की मांग करेंगे।
भूपेंद्र की सुपारी से अभिभूत उमंग सिंगार शह और मात की राजनीति के शतरंज के खेल में न्यायिक गलियारों के बाद मीडिया को हथियार बनाने का प्रयास करने वाले कब तक शतरंज का खेल खेलते रहेंगे ताकि वह अपने बचाव में हमेशा सुर्खियों में रहे। परंतु क्या मध्यप्रदेश की निष्पक्ष जांच एजेंसियां इस शतरंज के खेल से प्रभावित होगी या नहीं यह भविष्य की जांच है।



