July 12, 2025
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 दिल्ली में नगर निगम चुनाव (Municipal Corporation of Delhi) की रणभेरी बज चुकी है. राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारिखों का एलान कर दिया है. दिल्ली नगर निगम का चुनाव एक चरण में चार दिसंबर को कराए जाएंगे. मतगणना सात दिसंबर को होगी. चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुट गए हैं. चुनाव की घोषणा के बाद एबीपी न्यूज़ ने एमसीडी चुनाव को लेकर पहला सर्वे कराया है. एबीपी न्यूज़ के लिए यह सर्वे C Voter ने किया है. इस सर्वे में एक हजार 291 लोगों से एमसीडी चुनाव को लेकर सवाल पूछे गए. आइए जानते हैं कि किस सवाल के जवाब में कितने फीसदी लोगों ने क्या जवाब दिया. हम आपको यह भी बताएंगे कि एमसीडी के चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं और किस दल का वोट शेयर कितने फीसदी हो सकता है. 

इस सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 42 फीसदी वोट मिल सकते हैं. इसमें आप को 40 फीसदी, कांग्रेस को 16 फीसदी और अन्य को दो फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है. वहीं इन राजनीतिक दलों को मिलने वाली सीटों की बात करें तो इस सर्वे में बीजेपी को 118 से 138 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. वहीं आप को 104 से 124 सीटें, कांग्रेस को चार से 12 और अन्य के खाते में चार सीटें जाने का अनुमान लगाया गया है. 

वहीं जब सर्वे में शामिल लोगों से एमसीजी चुनाव के मु्द्दों को लेकर सवाल किया गया तो 13 फीसदी लोगों ने बिजली-पानी को चुनावी मुद्दा बताया. वहीं 23 फीसदी ने प्रदूषण, 20 फीसदी ने सफाई, 13 फीसदी ने भ्रष्टाचार, 24 फीसदी ने महंगाई और सात फीसदी लोगों ने सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बताया. सर्वे में शामिल लोगों से जब यह पूछा गया कि दिल्ली में यमुना को साफ नहीं करने का जिम्मेदार कौन है तो 58 फीसदी लोगों ने कहा कि इसके लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार हैं. वहीं 42 फीसदी लोगों ने इसके लिए एमसीडी को जिम्मेदार बताया.

वहीं जब सर्वे में शामिल लोगों से एमसीजी चुनाव के मु्द्दों को लेकर सवाल किया गया तो 13 फीसदी लोगों ने बिजली-पानी को चुनावी मुद्दा बताया. वहीं 23 फीसदी ने प्रदूषण, 20 फीसदी ने सफाई, 13 फीसदी ने भ्रष्टाचार, 24 फीसदी ने महंगाई और सात फीसदी लोगों ने सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बताया. सर्वे में शामिल लोगों से जब यह पूछा गया कि दिल्ली में यमुना को साफ नहीं करने का जिम्मेदार कौन है तो 58 फीसदी लोगों ने कहा कि इसके लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार हैं. वहीं 42 फीसदी लोगों ने इसके लिए एमसीडी को जिम्मेदार बताया.

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