May 2, 2025

परिवहन विभाग के करोड़पति पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा और उससे जुड़े लोगों की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ने वाली है। अब ईडी कुछ और लोगों पर केस दर्ज कर सकती है। सौरभ के करीबियों, सौरभ को गोल्ड सप्लाई करने वाले ज्वेलर्स पर एफआईआर दर्ज हो सकती है। ईडी विशेष न्यायाधीश की अदालत में केस दर्ज करने के बाद पूरक चालान पेश कर सकती है। मालूम हो कि ईडी की चार्जशीट में पहले से आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और सहयोगी 12 लोगों ईडी की चार्जशीट में आरोपी बनाए है। इस केस को लेकर ईडी 8 अप्रैल को कोर्ट में चार्जशीट पेश कर चुकी है। मालूम हो कि सौरभ शर्मा के भोपाल वाले घर पर लोकायुक्त टीम ने दिसंबर में छापामारी की कार्रवाई की थी। लोकायुक्त टीम की कार्रवाई के बाद ईडी ने भी कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई के दौरान 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया था। ग्वालियर के सिरोल थाना में सौरभ शर्मा और उनकी मां उमा शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि सौरभ और उसकी मां उमा ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए शपथ पत्र में झूठी जानकारी दी थी। दरअसल, इस मामले को लेकर सिरोल थाने में परिवहन उपायुक्त किरण शर्मा ने रिपोर्ट की थी। इसके बाद थाना प्रभारी आलोक भदौरिया ने मां-बेटे पर एफआईआर दर्ज की थी।
पूरक चालान पेश कर सकती हैं जांच एजेंसी
पूर्व कांस्टेबल और उससे जुड़े लोगों की बढ़ने वाली है मुश्किलें बढ़ने वाली है। जानकारों के अनुसार किसी भी जांच एजेंसी को यह अधिकार हैं कि जांच के नए तथ्य, नए लिंक या सबूत मिलने पर वे एक से अधिक बार पूरक चालान पेश कर सकते हैं। सौरभ शर्मा उसके सहयोगी शरद जायसवाल और चेतन सिंह गौर जहां 24 अप्रैल तक न्यायिक रिमांड पर भोपाल की केंद्रीय जेल में कैद हैं, वहीं इस मामले में सौरभ की मां उमा शर्मा, साले रोहित तिवारी, पत्नी दिव्या तिवारी, जीजा विनय हासवानी को 10-10 लाख के बॉन्ड पर जमानत मिली है। सभी के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं। बताया जाता है कि 19 दिसंबर को मेंडोरी में विनय हासवानी के प्लॉट से मिली इनोवा कार में जो 52 किलो सोना मिला था। वह सौरभ शर्मा है जो उसके द्वारा भोपाल और इंदौर के ही कुछ व्यापारियों से खरीदा गया था। जांच अफसरों की मानें तो सोना भले ही विदेशों से आया है लेकिन इसकी सप्लाई सौरभ तक लोकल के ज्वैलर्स के जरिए की गई है। इसलिए ऐसे ज्वैलर्स निशाने पर हैं। बताया जाता है कि जो ज्वैलर्स ईडी की जांच की रडार में आए हैं, इनमें से दो सर्राफा व्यापारी नए और पुराने भोपाल में ज्वेलर्स शोरूम संचालित करते हैं। यह संकेत मिले हैं कि इनके जरिए सौरभ द्वारा बड़ी मात्रा में सोने की खरीद फरोख्त की गई। थी। ऐसे में इसके भुगतान के स्रोत और रकम की डिलीवरी को लेकर भी छानबीन जारी है। साथ ही ईडी राजधानी के हमीदिया रोड और अरेरा कॉलोनी में हवाला नेटवर्क संचालित करने वाले दो कारोबारियों से भी पूछताछ कर सकती है। ईडी के पास सौरभ और उनके परिजनों के मोबाइल फोन की सीडीआर है। इसके आधार पर इनके नाम सामने आए हैं। जिन्हें समन जारी कर बयान लेने के लिए बुलाने की तैयारी है।

केस दर्ज कर कोर्ट में पेश करेंगे पूरक चालान

आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा मामले में ईडी अब कुछ और लोगों पर केस दर्ज कर सकती है। इसके चलते ईडी विशेष न्यायाधीश की अदालत में केस दर्ज करने के बाद पूरक चालान पेश कर सकती है। यह केस सौरभ के रिश्तेदारों तथा सौरभ को गोल्ड की सप्लाई करने वाले भोपाल के कुछ ज्वैलर्स पर दर्ज हो सकती है। ईडी ने 8 अप्रैल को ईडी कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में जिन्हें आरोपी बनाया है, उसके बाद कुछ और लोगों की भूमिका सामने आई है। इसके बाद ईडी की टीम अब सौरभ की काली कमाई से जुड़े ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। ईडी के चालान में अभी सौरभ शर्मा की सास रेखा तिवारी, उनके साले की पत्नी अनुभा तिवारी, शरद जायसवाल की मां कृष्णा जायसवाल, राजमाता भारत माता शिक्षा एवं समाज कल्याण समिति के उपाध्यक्ष दीपक अरोरा, मेंबर शुभम तिवारी आरोपी नहीं हैं।

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