
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ एक नए विवाद में घिर गए हैं। अपने जन्मदिन के पूर्व एक कार्यक्रम के दौरान छिंदवाड़ा में उनके केक काटने को लेकर विवाद हो गया है। कमलनाथ का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह हनुमानजी का फोटो लगा केक काटते नजर आ रहे हैं। केक का स्वरूप मंदिर की तरह है। इसके फोटो और वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा ने इसे भगवान श्रीराम और हनुमानजी का अपमान बताया है।
इस पूरे विवाद पर छिंदवाड़ा के प्रभारी एवं कृषि मंत्री कमल पटेल ने कमलनाथ के केक काटने के विवाद पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस के सभी बड़े नेता मौकापरस्त हिंदूवादी है। सारे के सारे नास्तिक हैं। जिस पार्टी के नेताओं ने भगवान श्री राम के अस्तित्व को ही ठुकरा दिया हो तो उनसे क्या आशा की जा सकती है। इतना जरूर कहा जा सकता है कि वोट बैंक की खातिर यह सब धार्मिक बन रहे हैं। लेकिन इनके धार्मिक बनने से हमारी पार्टी की जीत है। कमलनाथ को चाहिए था कि वे भारतीय संस्कृति के अनुसार भगवान की पूजा करते न कि पाश्चात्य संस्कृति में भगवान श्री राम और हनुमान का केक काटते। धार्मिक आस्थाओं से खिलवाड़ यह लोग करते ही रहते हैं। इनकी आदत है।
हनुमान प्रतिमा का केक काटा-
बता दें कि कमलनाथ का जन्मदिन 18 नवंबर को है। वे 4 दिवसीय दौरे पर छिंदवाड़ा पहुंचे थे, इस दौरान बीते मंगलवार शाम को शिकारपुर स्थित बंगले पर उनके कुछ सर्मथकों ने उनका जन्मदिन मनाया। जन्मदिन के मौके पर जो केक काटा गया, वह राम मंदिर के आकार का था। उसमें हनुमान जी की प्रतिमा भी बनी हुई थी। इसका वीडियो भी सामने आया है। हालांकि कांग्रेस की तरफ से पूरे मामले पर सफाई दी गई है और कहा है कि कमलनाथ ने वो केक नही काटा था। इधर, छिंदवाड़ा के भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने कहा कि शुरू से कमलनाथ और कांग्रेस राम मंदिर का विरोध करते आए हैं। अब उन्होंने राम मंदिर रूपी केक काटकर अपनी इन्हीं भावनाओं को प्रदर्शित किया है। इस तरह उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह राम मंदिर और राम के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि इस कलियुग में सिर्फ हनुमान जी हर जगह साक्षात विराजमान हैं। उन्होंने हनुमान जी का भी केक काटकर अपमान किया है। इस घटना के लिए वो तत्काल माफी मांगें।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भले ही हनुमान जी का मंदिर बनाया है, लेकिन उनकी मंदिर में जरा भी आस्था नहीं है। अक्सर उनका पूरा परिवार और वे खुद हिंदू धर्म की आस्था से खिलवाड़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। चाहे विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव हो, कमलनाथ और उनका परिवार पिकनिक मनाने छिंदवाड़ा आता है। अभी तो उनकी जमीन खिसकती दिख रही है, क्योंकि वे 15 महीने मुख्यमंत्री रहे, लेकिन चुनाव से पहले किए गए अपने वादे पूरे नहीं कर पाए। लोग बताते हैं कि ये अंडे का केक था। क्या अंडे के केक पर हनुमान जी का फोटो लगाना ठीक है? अभी तो ये गुजरात के स्टार प्रचारक हैं, लगता है कि ये वहां पर संदेश देना चाहते हैं कि हिंदू धर्म का मजाक उड़ाओ और चुनाव जीतो।