सिटी टुडे। भक्ति के भाव जो डुबकी लगा लेता हैं, फिर वो ईश्वरीय शक्ति के आगे सारी मोह माया भूल जाता है, उत्तरप्रदेश के साहिर औरैया के रहने वाले ध्रुवदास बाबा पिछले तीस साल से पैदल ही तीर्थ कर रहे हैं. महाराज पूरे देश के मंदिर घूम चुके हैं. इन महाराज के पास एक डायरी है जिसमें वह अच्छे-बुरे सारे कर्मों का हिसाब लिखते रहते हैं जानिए संन्यासी बाबा की कहानी
ध्रुवदास महाराज पदयात्रा करते वक्त जहां-जहां रुकते हैं, वहां रुकने से लेकर खाने पीने तक का हिसाब-किताब सब डायरी में नोट किया जाता है.यही नही खाने पीने के अलावा अगर किसी ने उन्हें गाली भी दी तो वह भी उसी डायरी में नोट कर लेते हैं. महाराज वही डायरी मन्दिर पर जाकर भगवान के आगे रख देते हैं. जिसके बारे में अच्छा लिखा है. उसके परिवार की भलाई की कामना करते है और जिसके बारे में बुरा लिखा है उसे सदबुद्धि देने की कामना करते हैं.