
मध्य प्रदेश में किसानों की बर्बादी प्रदेश सरकार अपने कार्यकाल में करती जा रही है किसानों को अब रबी फसल की विजाई के लिए डीएपी खाद के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेन्द्र सिंह राजपूत ने आरोप लगाते हुए कहा प्रदेश ही नहीं देश में भाजपा की केंद्र सरकार की मिस मैनेजमेंट और गलत नीतियों के कारण देश में खाद का संकट गहराता जा रहा है मध्य प्रदेश सरकार के पास किसानों की जरूरत के मुताबिक मात्र 40% भंडारण होने के कारण किसान की मांग की तुलना में किसान को मात्र 40% खाद मिल पा रही है सरकार का मिस मैनेजमेंट तथा गलत नीतियों के कारण खाद के लिए किसान दर-दर भटक रहा है राजपूत के मुताबिक प्रदेश सरकार द्वारा खाद्य व्यवस्था वितरण के लिए मार्केटिंग सोसाइटियों के माध्यम से वितरण किए जाने का दावा खोखला साबित हो रहा है उनके मुताबिक समिति के अधिकारी कर्मचारी ही खाद्य की ब्लैकमेलिंग अपने एजेंटों के माध्यम से करवा कर खाद की बोरी में से प्रति बोरी 5 किलो वजन कम किया जा रहा है. किसान को अपनी फसल के लिए बिजली पानी और खाद की जरूरत होती है जहां बिजली है वह पानी नहीं जहां पानी है वहां बिजली नहीं उसके बाद विजाई के लिए खाद नहीं. राजपूत ने प्रदेश सरकार के ऊपर आरोप लगाया की सरकार के गलत नीति के कारण मध्य प्रदेश में हर तीसरे दिन किसान आत्महत्या कर रहा है पिछले 5 सालों में मध्य प्रदेश में 1226 किसानों ने आत्महत्या की है मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि से भी किसानों को वंचित किया गया है. ज्ञात हो के मध्य प्रदेश में 70 फ़ीसदी से ज्यादा विधानसभा सीटे ग्रामीण क्षेत्र अर्थात 161 सीटों पर किसानों का प्रभाव है परंतु फिर भी किसान अपने हक और खाद के लिए दर-दर भटक रहा है.
राष्ट्रीय प्रवक्ता विंग कमांडर (रिटायर्ड) अनुमा आचार्य अपने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा के मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में 55% नवजात बच्चे कुपोषण का शिकार होकर कम वजन के साथ-साथ अँडर हाइट होने के कारण विकलांगता की स्थिति में आ चुके हैं परंतु प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की जगह कंपाउंड तथा नसों पर निर्भर होकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओ के प्रति लापरवाह होने से ग्रामीण क्षेत्र में नवजात शिशुओं के नस्ल पर भी असर पड़ रहा है इसके लिए मध्य प्रदेश की सरकार किसान की फसल एवं नस्ल को बर्बाद करने के लिए दोषी है राजपूत तथा अनुमा आचार्य ने प्रेस के माध्यम से प्रदेश के किसानों को आग्रह किया है कि किसानों के हक तथा उनकी सुरक्षा के लिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से जीताएँ.