
सिटी टुडे। सौरभ शर्मा का अग्रिम जमानत प्रार्थनापत्र भोपाल जिला न्यायालय ने गुरुवार को अस्वीकार कर दिया है। न्यायाधीश (लोकायुक्त) राम प्रसाद मिश्र ने आवेदन पर सुनवाई की। न्यायालय ने माना कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए अन्वेषण में आरोपित से पूछताछ की आवश्यकता है। आरोपित की अनुपलब्धता के तथ्य को ध्यान में रखते हुए उसे जमानत का लाभ नहीं दिया जा सकता।
सौरभ का पक्ष रखने मां उमा शर्मा के बुलाने पर ग्वालियर से भोपाल गए राकेश पाराशर ने कहा कि 54 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये नकदी जिस कार में मिलने की बात की जा रही है, वह सौरभ की है ही नहीं, सौरभ का उससे कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही वकील ने दूसरा तर्क दिया कि आरोपित छापेमारी के समय लोक सेवक नहीं था।
वहीं मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार को रोकने, जांचने की भरपूर शक्तियों वाला संवैधानिक संगठन लोकायुक्त संगठन इन दिनों कई मामलों को लेकर चर्चा में है। पिछले ही दिनों परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा पर कार्रवाई ने इसे चर्चा में ला दिया है। अब गुरुवार 26 दिसंबर को सरकार ने इस विभाग में बड़ा फेरबदल करके चार डीएसपी, छह निरीक्षक और 24 कॉन्स्टेबल को एक ही दिन में हटा दिया गया है। इन सभी को पुलिस मुख्यालय और अन्य पुलिस इकाइयों में भेजा गया है।
सौरभ शर्मा-चेतन गौर के खिलाफ ED ने किया केस दर्ज DRI ने भी शुरू की जांच

सिटी टुडे। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा व उसके सहयोगी चेतन गौर उर्फ चेतन सिंह गौर उर्फ चेतन शुक्ला के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत केस दर्ज किया है। इसका आधार लोकायुक्त की एफआईआर और बेहिसाब संपत्ति जब्त होने को बनाया गया है।

केंद्रीय राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने भोपाल में मेंडोरी के जंगल में कार से गोल्ड-कैश मिलने के मामले की जांच शुरू कर दी है। इस गोल्ड के विदेश से आयात किए जाने की आशंका के मद्देनजर डीआरआई आयकर विभाग के पैरेलल जांच करेगा। इस संबंध में निदेशालय के अधिकारी एक होटल और स्कूल से जुड़े निवेश की भी जांच कर रहे हैं।
दिवाली पर रिश्तेदारों-दोस्तों को LED टीवी बांटी थी
लोकायुक्त टीम को जयपुरिया स्कूल की बन रही बिल्डिंग से 40 पेटी पैक एलईडी टीवी मिलीं। सभी 43 इंच की हैं। सूत्रों के अनुसार, सौरभ शर्मा ने दिवाली के दौरान सैकड़ों टीवी अपने संबंधियों को गिफ्ट के तौर पर बांटी थीं। बाकी टीवी उसने स्कूल की इमारत में छिपाकर रखी थीं।
रेड के वक्त बाहर घूम रही थी कार
अगर सौरभ शर्मा को पहले लोकायुक्त की कार्रवाई की जानकारी नहीं लगी थी तो फिर जब लोकायुक्त की कार्रवाई ऑफिस और घर में चल रही थी तो कार में गोल्ड और कैश कैसे पहुंचा? 52 किलो सोने और 10 करोड़ कैश से भरी कार का 19 दिसम्बर का वीडियो भी सामने आया है. उसी रात मेंडोरा में कार मिली थी. 19 दिसम्बर को सौरभ के घर छापा पड़ा था. घर में और ऑफिस में लोकायुक्त करवाई चल रही थी. छापे वाले दिनभर सड़क पर सोने से भारी गाड़ी घूमती रही.
दफ्तर से निकली थी कार
मेंडोरा में मिली कार और उसमें से बरामद करोड़ो के गोल्ड और कैश मामले में पुलिस और आयकर विभाग की टीम को सबूत मिले हैं. सौरभ शर्मा के अरेरा E 7 में बने दफ्तर के सामने लगे घरों के CCTV फुटेज हाथ लगे थे. संभावना है कि इसी दफ्तर से इनोवा कार निकली थी.