
न्यायालयों में समानता और विविधता बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (SC collegium) ने नई पहल की है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (D Y Chandrachud ), जस्टिस संजय किशन कौल (Sanjay Kishan Kaul) और जस्टिस केएम जोसेफ (K.M. Joseph) के कॉलेजियम ने गुजरात हाईकोर्ट (Gujarat High Court) में सात जजों और गुवाहाटी हाईकोर्ट (Gauhati High Court) में एक जज की नियुक्ति की सिफारिश की है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय कॉलेजियम ने दिव्यांग वकील और न्याय शास्त्र की जानकार मोक्षा किरण ठक्कर को जज नियुक्त करने की सिफारिश की है। मोक्षा को गुजरात हाईकोर्ट में बतौर वकील नागरिक और आपराधिक दोनों पक्षों पर प्रैक्टिस का अनुभव है।
मोक्षा किरण ठक्कर की सिफारिश करते हुए कॉलेजियम ने कहा कि वह अपनी खुद की शारीरिक अक्षमताओं को दूर करने में सक्षम हैं और उनकी नियुक्ति हाईकोर्ट की संरचना को अधिक समावेश बनाएगा। कॉलेजियम ने यह भी कहा कि आईबी की राय है कि मोक्षा किरण ठक्कर की व्यक्तिगत और पेशेवर छवि अच्छी है।
सभी सिफारिशें तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश और दो वरिष्ठतम न्यायाधीशों वाले गुजरात एचसी कॉलेजियम के सितंबर 2022 के प्रस्ताव के आधार पर सर्वसम्मति से की गई हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने सिफारिश पर सहमति व्यक्त की है।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने रिकॉर्ड पर रखी गई सामग्री की जांच और मूल्यांकन भी किया है, जिसमें इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा प्रस्तुत इनपुट और फ़ाइल में न्याय विभाग द्वारा की गई टिप्पणियों को शामिल किया गया।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 25 साल से ज्यादा वकालत के अनुभव वाले वकील देवन महेंद्रभाई देसाई की भी सिफारिश की है। गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में एडवोकेट देवन महेंद्रभाई देसाई के नाम की सिफारिश करते हुए SC कॉलेजियम ने कहा कि वह मुख्य रूप से अहमदाबाद में सिटी सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं।
इसके अलावा जिन पांच न्यायिक अधिकारियों को हाईकोर्ट में जज बनाने की सिफारिश की गई है, उनमें सुसान वी पिंटो, हंसमुख भाई डी सुतार, जितेंद्र चंपक लाल दोषी, मंगेश आर मांगड़े और दिव्येश कुमार अमृतलाल जोशी के नाम शामिल है।