सिटी टुडे। दिल्ली के शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद अब अरविंद केजरीवाल के एक अन्य करीबी और वरिष्ठ नेता संजय सिंह की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। शुक्रवार को मनीष सिसोदिया की रिमांड मागते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोर्ट में कई दलीलें रखीं और घोटाले को लेकर कई अहम दावे किए। इस दौरान ईडी ने कोर्ट में आप सांसद संजय सिंह भी नाम लिया। इसके बाद माना जा रहा है कि देर-सवेर जांच की आंच उन तक भी पहुंच सकती है।
ईडी ने सरकारी गवाह बन चुके दिनेश अरोड़ा से पूछताछ का हवाला दिया और कहा कि उन्हें संजय सिंह ने फंड जुटाने को कहा था। संजय सिंह ने फोन करके चुनाव के लिए फंड एकत्रित करने को कहा था।सिसोदिया के करीबी रहे दिनेश अरोड़ा इस केस में सरकारी गवाह बन चुके हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने जांच एजेंसियों को कई अहम जानकारियां दी हैं। आने वाले समय में संजय सिंह से भी पूछताछ हो सकती है।सिसोदिया से पहले ‘आप’ नेता विजय नायर भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ईडी ने शुक्रवार कहा कि नायर ने दिल्ली सरकार और साउथ ग्रुप के बीच बिचौलिए की तरह काम किया। जांच एजेंसी ने कहा कि साउथ ग्रुप से 100 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई। हालांकि, मनीष सिसोदिया की ओर से पेश हुए वकीलों ने ईडी के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि सिसोदिया के पास एक भी पैसे की बरामदगी नहीं हुई है।
ईडी ने स्पेशल जज एमके नागपाल के सामने सिसोदिया को पेश किया और उनके सामने दलील दी गई कि ‘घोटाला’ सिसोदिया और अन्य द्वारा नई आबकारी नीति का मसौदा तैयार किए जाने के तुरंत बाद शुरू हुआ। ईडी के वकील ने कहा कि इस मामले में सिसोदिया के खिलाफ गवाह और अन्य सबूत हैं। उन्होंने कहा कि हवाला के जरिए पैसे के लेन-देन की भी जांच की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि सिसोदिया धन शोधन मामले से संबद्ध गठजोड़ का हिस्सा थे। सिसोदिया को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने दिल्ली की आबकारी नीति (जिसे अब वापस ले लिया गया है) में कथित अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी ने इसी से जुड़े धन शोधन के एक मामले में तिहाड़ जेल में सिसोदिया से पूछताछ की और गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।