कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री तीन राज्यों के राज्यपाल रहे 84 वर्षीय अजीज कुरैशी हमेशा ही अपने विवादित हिंदुत्व विरोधी बयानों को लेकर हमेशा चर्चित रहे हैं.
हाल ही में 20 अगस्त को विदिशा के एक सम्मेलन के दौरान उनके हिंदुत्व विरोधी बयानों से कांग्रेस संगठन का नेतृत्व ही नहीं प्रशासन भी चुप है ऐसी कोई ऐसे बयान अगर कोई साधारण नागरिक अथवा साधारण कार्यकर्ता नेता देता तो कांग्रेस संगठन उसे बाहर का रास्ता कर देता तथा प्रदेश का प्रशासन उसके विरुद्ध दंगे भड़काने का मामला पंजीकृत कर जेल में डाल देता.
अजीज कुरैशी शायद भूल गए के गंगा आरती हरिद्वार पर स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी की थी उन्होंने भी कहा था कि हमें गर्व है हम हिंदू हैं, स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने कई हिंदू मंदिरों का पुर्नाद्वार करवाया था, भगवान श्री राम मंदिर के अयोध्या में मंदिर के ताले स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में ही माननीय न्यायालय ने खोलने के आदेश दिए थे. कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने अपनी मध्य प्रदेश यात्रा के दौरान नर्मदा आरती की थी.
परंतु कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती देते हुए परदेश ही नहीं देश में दंगे करवाने की मंशा से हिंदुत्व पर प्रहार करते हुए मुसलमान पर जुल्म का आरोप मनगढ़ंत लगाने वाले अजीज कुरैशी के इन बयानों से शायद कुछ सत्ता भी नजर आती है की हाल ही में कुछ दिन पूर्व राज्यसभा सांसद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बयान दिया था कि मध्य प्रदेश में दंगों जैसी स्थिति बनती जा रही है, आखिर उसे बयां को कांग्रेस के नेता अजीज कुरैशी ने सच साबित कर दिया जब सम्मेलन के दौरान विदिशा में उन्होंने कहा कि मुसलमान को डूब कर मर जाना चाहिए चूड़ियां नहीं पहनी मुसलमान ने अब तलवार उठाकर ईट का जवाब पत्थर से देना चाहिए यहां तक का डाला कि अगर 22 करोड़ मुसलमान में से एक करोड़ मुसलमान इस संघर्ष में मर भी जाएगा तो कोई अंतर नहीं होगा. अब देश के हिंदुत्व बुद्धिजीवी नागरिकों को ही नहीं देश प्रेमी बुद्धिजीवी मुसलमान को भी सोचना चाहिए कि आखिर अजीज कुरैशी के बयानों के पीछे किस नेता की क्या मंशा है. विदिशा में जब एक सम्मेलन के दौरान वह बयान दे रहे थे तब उनके साथ नरसुलागँज मे राजकुमार पटेल विदीशा मे दीपचंद यादव, आष्टा मे ठाकुर बलबहादुर सिँह भी साँये की तरह मौजूद थे. कांग्रेस के नेता तथा कार्यकर्ता ही नहीं प्रदेश का नागरिक अच्छी तरह जानता हैं कि इन तीनों नेताओं की पीठ पर किस बँटाधार का हाथ है .
अपने इन बयानों से अजीज कुरैशी ने प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष कमलनाथ को भी चुनौती तब दी जब कमलनाथ हिंदुत्व कार्ड का सहारा लेकर प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हुए हैं. कुरैशी ने कांग्रेस नेतृत्व को ही नहीं चुनौती दी बल्कि प्रदेश देश के हर हिंदू को चुनौती दी है यह तो देश का भाग्य विधाता है कि हमारे सामान्य नागरिक धर्मनिरपेक्ष हैँ, परंतु विधानसभा चुनाव के अजीज कुरैशी के ऐसे हिंदुत्व विरोधी मुसलमान के पक्ष में बयान से देश ही नहीं प्रदेश के अंदर जहर घोला जा रहा है आखिर कांग्रेस नेतृत्व क्यों मौन है क्यों नहीं उनको बाहर का रास्ता दिखाया जाता
प्रदेश सरकार के एक पूर्व मंत्री भाजपा नेता ने कहा कि अजीज कुरैशी के इन बयानों से प्रदेश में दंगे होने की स्थिति निर्मित हो रही है प्रदेश सरकार को तत्काल अजीज कुरैशी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.