
सिटी टुडे। मप्र के परिवहन विभाग की उप निरीक्षक मीनाक्षी गोखले तथा आरक्षक ऋतु शुक्ला का नाम से कोई भी विभाग में अनजान नहीं है अपनी भ्रष्ट कार्यशैली के कारण सिर्फ विभाग ही नहीं विभागीय मंत्री पर भी हावी रहती हैं शायद इसी कारण बेखौफ़ होकर वह अब सागर जिले के माल्थोन चेक पॉइंट पर माल वाहन चालकों से अवैध वसूली का सिलसिला उसी तर्ज पर तेज गति से शुरू कर दिया जिस तर्ज पर अनूपपुर जिले की वेंकट नगर चेक पोस्ट के बाद शहडोल उड़न दस्ता प्रभारी के रूप में करती थी परंतु दोनों जगह शिकायतों और वीडियो वायरल होने के बाद भी मीनाक्षी गोखले के विरुद्ध विभाग कोई सार्थक कार्यवाही नहीं कर सका और न ही उसकी टीम में शामिल आरक्षक ऋतु शुक्ला तथा अन्य सहयोगियों के विरुद्ध विभाग कार्रवाई करने का साहस करता है क्योंकि लगातार चेक पॉइंट पर प्रभारी बने रहने के मामले में इनको परिवहन मंत्री का खुला संरक्षण बताया जाता है।
प्राप्त जानकारी अनुसार 11 मार्च 2025 को वाहन क्रमांक PB03AJ8001 के ड्राइवर से जब 1000 पर प्रति फेरा अवैध वसूली की मांग की गई जिसे ड्राइवर द्वारा मना किए जाने के बाद मीनाक्षी गोखले द्वारा इस वाहन का मोटर व्हीकल एक्ट धारा 198 (क) के तहत सुबह 11 बजकर 03 मिनट पर रु. 1,000 का चालान काटा दिया जब ड्राइवर द्वारा नियम विरुद्ध किए गए इस चालान की जानकारी वाहन स्वामी को दी गई तो वाहन स्वामी ने मीनाक्षी गोखले से मोबाइल पर बात की तो मीनाक्षी गोखले ने भी अपनी आदत अनुसार वाहन स्वामी से बदतमीजी भरे शब्दों का उपयोग कर बातचीत करने लगी तथा कहा अब तो ₹2,000 और अतिरिक्त लगेंगे इसके बाद वाहन स्वामी के निर्देश पर ड्राइवर संबंधित पुलिस थाने में शिकायत करने गया लेकिन वहां पर भी पुलिस निरीक्षक ने मीनाक्षी गोखले की टीम का पक्ष लिया इस बात से मीनाक्षी गोखले तथा उसकी टीम और क्रोधित हो गई तथा कहा अब तुम्हें शिकायत का मजा सिखाती हूं वाहन स्वामी के मुताबिक ठीक 1 घंटे बाद 12:03 पर मीनाक्षी गोखले द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट 182 (क) के तहत रंजिशन ₹20000 का चालान कर दिया।

बताया जाता है कि पूर्व में मीनाक्षी गोखले तथा उसकी टीम द्वारा अनूपपुर जिले की वेंकट नगर चेकप्वाइंट पर शिकायतों के बाद इस टीम को शहडोल उड़न दस्ता की प्रभारी बनाया गया था वहां भी अवैध वसूली के मामले की शिकायतों एवं लड़ाई झगड़ा वहां वाहन स्वामी तथा चालकों से बदतमीजी से बात कर अपशब्दो का उपयोग करना इस टीम की अवैध वसूली के लिए आदतन है इसीलिए शहडोल उड़न दस्ता से हटकर मंत्री के संरक्षण में उससे बड़ा चेक प्वाइंट माल्थोन जिला सागर का प्रभारी पूरी टीम के साथ स्थानांतरण कर का बना दिया परंतु यहां भी अवैध वसूली का सिलसिला और अधिक तेज गति से शुरू हो गया आखिर इस सबके पीछे परिवहन मंत्री जी का क्या इस टीम के साथ क्या तालमेल है यह भी रहस्य बना हुआ है।
क्या मीनाक्षी टीम के विरुद्ध शिकायत पर विभाग कोई कार्रवाई करने की साहस करेगा।

प्राप्त जानकारी अनुसार इस मामले की शिकायत परिवहन आयुक्त तथा उप परीवहन आयुक्त (शिकायत) को लिखित शिकायत तो कर दी है तथा वाहन स्वामी का कहना है ₹20000 का चलन मीनाक्षी गोखले द्वारा रणजीत सिंह रणजीत सिंह नियम विरुद्ध किया गया है जबकि मेरा वहां उपरोक्त धारा की श्रेणी के तहत नहीं आता, अब देखना है आयुक्त तथा अथवा उपयुक्त शिकायत इस गंभीर शिकायत के मुद्दे पर क्या कार्रवाई करते हैं अथवा परिवहन मंत्री का मौखिक निर्देश मानेंगे।