
सिटी टुडे, ग्वालियर। दीपावली का त्यौहार नजदीक आते ही GST विभाग छापामार कार्यवाही शासन हित में कम स्वयं के स्वार्थ में अधिक कर रहा है। इसी क्रम में ग्वालियर में GST विभाग की उड़नदस्ता टीम द्वारा 14 व्यापारियों में से केवल 6 व्यापारियों पर छापामार कार्यवाही की गई जिनके नाम पटाखा कारोबार के माफिया प्रवृत्ति के 3 व्यापारियों ने ही जीएसटी विभाग को सौंपे थे ताकि उनका धंधा बिना किसी अवरोध के चलता रहे।
GST विभाग ने किया भी बिल्कुल वैसा ही 14 व्यापारियों में से 6 व्यापारियों की सिर्फ दुकानों पर ही छापामार कार्यवाही तो की गई लेकिन उनके गोदामों पर न तो छापामार कार्यवाही की गई न ही किसी के भी गोदाम सील किए गए।
प्रभारी संयुक्त आयुक्त मिक्की अग्रवाल ने मीडिया को दिए बयान में स्वीकार किया कि माल के स्टॉक की अधिकता के कारण जांच में समय लगेगा इसलिए कार्यवाही 2 दिन तक चलेगी।
सूत्रों की मानें तो अंदर की खबर यह है कि विभाग ने कार्यवाही को आंकलन के नाम पर रोक रखा है क्योंकि इन व्यापारियों तथा विभाग के ही एक निलंबित अधिकारी द्वारा सेटलमेंट मीटिंग अरेंजमेंट में विलंब हो रहा है क्योंकि इस बिचौलिए अधिकारी के किसी परिजन का दुखद निधन हो गया था। अब यह बिचोलिया 15 अक्टूबर को ग्वालियर आएगा तथा जिन व्यापारियों पर छापामार कार्रवाई हुई है उनके संग वैध वसूली को ठंडे बस्ते में डालकर अवैध वसूली के लिए मीटिंग अरेंज कर विभाग के आला अधिकारियों को मौखिक प्रतिवेदन देगा जिसके बाद ही इस कार्रवाई पर पूर्ण विराम लगेगा।
हाल फिलहाल विभाग की छापामार टीम ने छापे की खबर को तो मीडिया में इस तरह प्रकाशित करवाई जैसे उन्होंने कोई बहुत बड़ा गिरोह पकड़ लिया हो, लेकिन जिस तरह हर सिक्के के 2 पहलू होते है उसी तरह इस पूरी कार्रवाई की हकीकत का दूसरा पहलू आप खुद समझ गए होंगे। निष्पक्ष एवं निर्भीक जुझारू पत्रकारिता के मिशन के तहत प्रमाण सहित समाचार पाठकों तक पहुंचाने हेतु शासन व जनहित हित में हमारा मुख्य कर्तव्य है।
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