परिवहन आयुक्त मुकेश जैन लोकायुक्त के समक्ष हुए पेश
लोकायुक्त ने दिया 15 दिन का समय
परिवहन आयुक्त मुकेश जैन द्वारा विभाग में भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायतों वह भी विभाग के एक निरीक्षक जो अब सेवानिवृत्त हो चुका है की हस्तलिखित महत्वपूर्ण साक्ष्य शिकायतकर्ता द्वारा लोकायुक्त संगठन ने प्रकरण क्रमांक 0178/ई/2021 जांच में लेकर विभाग से स्पष्टीकरण मांगा गया था।
पिछले काफी लंबे समय से विभाग परिवहन आयुक्त मुकेश जैन के विरुद्ध कोई प्रतिवेदन नहीं दे पा रहा था परंतु पूर्व निर्धारित तारीख अनुसार शुक्रवार 17 जून को परिवहन आयुक्त मुकेश जैन लोकायुक्त मे पेश हुए बताया जाता है कि मुकेश जैन ने अपने गुर्गों द्वारा फरीयादी के विरुद्ध ही नहीं विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध भी मानसिक प्रताड़ना के उद्देश्य दुष्प्रचार करवाया जा रहा था इसी प्रताड़ना से दुखी होकर फरियादी से दबाव डालकर मुकेश जैन ने एक शपथ पत्र बनवाने का दावा किया. सूत्रों अनुसार इनके एक गुर्गे को तो शिवपुरी जिला न्यायालय से नवंबर 2021 में पूर्व कलेक्टर जीबी पाटिल की शिकायत पर दर्ज मामले में सजा भी हो चुकी है इसकी अपराधिक गतिविधियों के कारण ही सजायाफ्ता जो पत्रकारिता का चोला पहनकर यह सब करता था जिला कलेक्टर ग्वालियर ने इस गुर्गे का तथाकथित समाचार पत्र की घोषणा पत्र को भी रद्द कर दिया गया है।
फरियादी द्वारा दूसरा (जिसका प्रारूप सँलगन है) शपथ पत्र भी परिवहन आयुक्त मुकेश जैन के विरुद्ध दिया गया लोकायुक्त ने मुकेश जैन द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र को अमान्य करते हुए यह कहा गया आप तो यह बताएं शिकायत में दिए गए बिंदुओं ओ मुद्दों पर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें इसके लिए लोकायुक्त से 15 दिन का समय मांगा लोकायुक्त उनके आग्रह को स्वीकार कर अगली सुनवाई इस प्रकरण में 15 दिन बाद नियत की गई है।
ज्ञात हो कि इस प्रकरण में अभी तक शिकायतकर्ता तथा साक्ष्य के रूप में पूर्व में निरीक्षक रहे वर्तमान सेवानिवृत्त निरीक्षक को अभी तक नहीं बुलाया गया जो इस प्रकरण में महत्वपूर्ण साक्ष्य. दूसरी ओर फरियादी द्वारा इस प्रकरण में माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ में भी याचिका दायर की हुई है जिसकी सुनवाई संभवत है जुलाई प्रथम सप्ताह में हो सकती है।