
ADM बोले- छानबीन करने भैरवगढ़ जेल जाऊंगा।
सिंहस्थ 2016 में करोड़ों रुपए खर्च कर खरीदे गए बैरिकेड्स की महाकुंभ खत्म होने के बाद पुलिस व प्रशासन ने सुध नहीं ली। इसके चलते कई जगह बैरिकेड्स लावारिस पड़े रहे। कालभैरव की सवारी में उपयोग किए गए बैरिकेड्स को लोक निर्माण विभाग ने उठवाया ही नहीं, ये बैरिकेड्स जेल के अंदर पहुंच गए व बंदी इन्हें काटकर गमला स्टैंड बनाने में जुट गए। मामला सोशल मीडिया के जरिए उजागर हुआ तो जांच शुरू हुई।
लोक निर्माण विभाग के बैरिकेड्स से जेल में बंदियों द्वारा गमला स्टैंड बनाए जाने का मामला पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है। उक्त घटना को लेकर जेल अधीक्षक उषा राज ये सफाई दे चुकी हैं कि सोशल मीडिया पर चल रही तस्वीरें उनकी जेल की नहीं है। इधर, कलेक्टर आशीष सिंह ने मामला संज्ञान में आते ही जांच के निर्देश दिए।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कहा था कि मौके पर जाकर पता करे लेकिन अभी तक कोई जेल में जांच करने नहीं पहुंचा शायद सबूत मिटने का इंतजार किया जा रहा है। इस संदर्भ में लोक निर्माण विभाग के ईई पटेल ने कहा कि हम कोई थानेदार नहीं है, जो वहां जाकर कार्रवाई कर दे। कलेक्टर ने एडीएम को जांच सौंपी है, उनसे पूछिए।
बैरिकेड्स का दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई होगी -टैगोर
एडीएम संतोष टैगोर ने बताया कि कलेक्टर ने मुझे जांच के निर्देश दिए। इस संदर्भ में जानकारी एकत्र की जा रही है। सोशल मीडिया की तस्वीरें समेत अन्य साक्ष्य को लेकर संबंधित विभागों से बैरिकेड्स की जानकारी ली जा रही है। जेल के सीसीटीवी भी चैक करूंगा। मैं खुद जल्द ही आकस्मिक रूप से जेल जाकर इस संदर्भ में छानबीन करूंगा व जो भी बैरिकेड्स के दुरुपयोग में लिप्त व दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।