
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में मुंह लटका कर बैठने और शाम को समय खत्म होने का इंतजार करने वाले अफसरों को दो टूक चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे काम नहीं चलने वाला।
उन्होंने प्रदेश के आईएएस अफसरों को प्रोएक्टिव और पोलाइट बनने, पारदर्शिता के साथ इनोवेटिव आईडियाज पर आम जनता के लिए काम करने की सलाह दी है। सीएम ने अधिकारियों को नसीहत भी दी, साथ ही सफल जीवन के गुण भी बताए।
कोरोना के चलते तीन साल के विराम के बाद शुक्रवार को राजधानी भोपाल में IAS सर्विस मीट फिर से शुरू हुई।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने भोपाल के आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन अकादमी में तीन दिवसीय आई.ए.एस. सर्विस मीट 2022-23 का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासन अकादमी में दीप प्रज्ज्वलित कर इस तीन दिवसीय मीट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप और हम मिलकर मध्यप्रदेश को प्रगति एवं विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कोविड में टीम मप्र ने परिश्रम की पराकाष्ठा पार कर दी थी, टीम मप्र को बधाई। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में कलेक्टरों की तारीफ की। उन्होंने इंदौर, डिंडोरी बड़वानी और सीहोर कलेक्टर की तारीफ की। मुख्यमंत्री ने कहा हमें विनम्र रहकर कार्य करना आना चाहिए। अंहकार शून्य रखकर कार्य करना चाहिए। नौकरी के बीच परिवार को समय देना ना भूलें आईएस: मुख्यमंत्री इस अवसर पर सीएम ने अधिकारियों को सलाह दी कि आप अपने परिवार, बच्चों को समय जरूर दें। टीम तनाव में न रहे, प्रसन्न रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, “मन प्रसन्न रखें, शरीर स्वस्थ रखें और परिवार में माहौल अच्छा बनाए रखें. परिवार को पर्याप्त समय दें, क्योंकि परिवार की भरपाई आपकी मौजूदगी ही पूरी कर पाती है. परिवार में स्नेह का बंधन कमजोर ना होने दें, आपके आत्मीय जन प्रसन्न होंगे तो उसका असर आपके काम पर भी दिखाई देगा, आप दुगनी ऊर्जा के साथ काम करेंगे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के आईएएस अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा है कि जनता के बीच पोलाइट बनकर काम करें और टीम को काम बांटने में राग द्वेष से काम ना करें, योग्यता के आधार पर ही टीम के बीच काम का बंटवारा किया जाए. टीम तनाव में न रहे, प्रसन्न रहे। मुख्यमंत्री ने आईएएस अधिकारियों को दी सीख: मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सीख देते हुए कहा कि हमेशा पारदर्शिता बनाए रखें और अपनी तकनीकी समझ को बढ़ाते रहें. काम की बेहतरी के लिए यह दोनों बहुत जरूरी है. इनोवेटिव बने रहे। बिना इनोवेटिव हुए इस सर्विस में बेहतर काम नहीं किया जा सकता। प्रोएक्टिव और पोलाइट बने। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अन्यथा ना लें लेकिन अलग-अलग वर्ग का अपना एक अलग स्वभाव बन जाता है. अच्छा है आईएएस हो या आईपीएस हमेशा पोलाइट बने रहे। सामान्य रहकर लोगों की भलाई के लिए काम करते रहें, साथ ही हमेशा आगे बढ़कर काम करें.
कोविड के 2 साल बाद अब हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। दो साल बाद आईएएस मीट हो रही है। लेकिन यह केवल मीट नहीं है बल्कि इसमें वैचारिक विषयों पर भी मंथन होगा।
ऊर्जावान और संवेदनशीलता बनाए रखें. आप भरपूर ऊर्जा के साथ काम करेंगे तो उसका असर आपकी नीचे तक की टीम पर साफ दिखाई देगा, लेकिन काम के साथ संवेदनशीलता ना भूलें. बता दें कि प्रदेश में कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020, 2021 और 2022 में आइएएस सर्विस मीट नहीं हो पाई थी। इस कार्यक्रम के माध्यम से आइएएस अधिकारी स्वजन सहित एक स्थान पर एकत्र होते हैं। विचार-विमर्श के साथ खेलकूद, सांस्कृतिक सहित अन्य गतिविधियों में भाग लेते हैं। इस सर्विस मीट के तहत खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं होंगी. इसमें आइएएस अधिकारियों के साथ-साथ उनके स्वजन भी भाग लेंगे। शुक्रवार से भोपाल के अरेरा क्लब, कुशाभाऊ सभागार, बोट क्लब सहित अन्य स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम होंगे।