सिटी टुडे। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सबसे सीनियर वकील गौतम भादुड़ी नए चीफ जस्टिस बनाए गए हैं। गौतम भादुड़ी LLB में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने वकालत 24 साल की उम्र में ही शुरू कर दी थी।
गौतम भादुड़ी को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का नया चीफ जस्टिस बनाया गया है। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में भादुड़ी ने 11 मार्च से पदभार संभाल लिया है। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी रिटायर हुए हैं। साल 1962 में जन्में गौतम भादुड़ी अब 61 साल की उम्र में चीफ जस्टिस बने हैं।
गौतम भादुड़ी के पिता SK भादुड़ी भी वकील थे। गौतम के पिता की परवरिश भी अपने वकील पिता एडवोकेट भादुड़ी की गोद में हुई। यही नहीं गौतम के घर में पिता-दादा वकील रहे हैं। गौतम की शुरुआती स्कूलिंग बंगाल के कालीबाड़ी स्कूल से हुई। वकीलों के परिवार में पले बढ़े गौतम ने वकीलों के काम उनकी जिम्मेदारी बचपन से ही देखी। कह सकते हैं, उनकी मंझी हुई वकालत के पीछे यह भी एक महत्वपूर्ण कारण है।
प्राथमिक से आगे 10वीं 12वीं तक की पढ़ाई गौतम भादुड़ी ने सेंट पॉल हायर सेकंडरी स्कूल से की। स्कूली शिक्षा के बाद ग्रेजुएशन में B.COM की डिग्री रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से ली। ये विश्वविद्यालय रायपुर, छत्तीसगढ़ में है। ग्रेजुएशन के बाद गौतम भादुड़ी ने LLB की डिग्री भी वहीं से ली, वे LLB में गोल्ड मेडलिस्ट स्टूडेंट रहे।
LLB में गोल्ड मेडलिस्ट स्टूडेंट गौतम भादुड़ी ने वकालत करनी 24 साल की उम्र से (साल 1985 से) शुरू कर दी। उन्होंने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हाईकोर्ट में तथा अधीनस्थ अदालतों में वकालत करना शुरू कर दिया था। ये बात उस जमाने की है जब मध्यप्रदेश का विभाजन नहीं हुआ था। छत्तीसगढ़ राज्य के अस्तित्व में आने के बाद गौतम भादुड़ी ने सरकारी वकील के रूप में काम किया। फिर वे 2013 में हाईकोर्ट में जस्टिस बने।
वकीलों के परिवार जन्में और पले बढ़े गौतम भादुड़ी वकालत पेशे में पैरवी के अलावा वकालत की पढ़ाई से भी जुड़े रहे। वकील रहे गौतम भादुड़ी के दादा कई कॉलेजों के फाउंडर रहे, जिनमें रायपुर का दुर्गा कॉलेज, विवेकानंद और लॉ कॉलेज शामिल है। दादा के साथ साथ गौतम भादुड़ी भी कॉलेज चलाने वाली समीतियों के साथ लगातार जुड़े रहते थे।