
सिटी टुडे। मध्य प्रदेश को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक और बड़ी सौगात मिल गई है। माधव प्रॉद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान MITS Gwalior मध्यप्रदेश में नैक NAAC ग्रेडिंग में A++ रैंकिंग वाला पहला तकनीकी शिक्षण संस्थान बन गया है। जो ग्वालियर सम्भाग के साथ-साथ मध्यप्रदेश के लिए गर्व की बात है। बीते 23-24 जून 2023 को NAAC टीम गुणवत्ता परखने के लिए MITS में निरीक्षण करने आई थी।
NAAC टीम ने किया इन क्राइटेरिया का निरीक्षण
टीम ने इस दौरान कई क्राइटेरिया में निरीक्षण किया जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर, टीचिंग पद्धति, लर्निंग के तरीकों, एग्जाम, वैल्यूएशन, छात्र एवं फैकल्टी के उच्च गुणवत्ता के रिसर्च पेपर, प्लेसमेंट, इंटर्नशिप, स्लो एवं फ़ास्ट लर्नर के लिए संस्थान का विशेष ध्यान, एडमिशन, रिजल्ट जैसे कई विशेष विषय शामिल थे। गौरतलब है कि, MITS 16 ब्रांचेज में इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी में अंडरग्रेजुएट की उपाधि, पोस्टग्रेजुएट एवं PHD. की उपाधि प्रदान कराता है। वहीं आपको बता दें कि (NAAC) की ग्रेडिंग टीचिंग, लर्निंग एवं इवैल्यूएशन में उच्च गुणवत्ता के लिए दी जाती है। उच्च गुणवत्ता की इस ग्रेडिंग में भी A++ सर्वश्रेष्ठ ग्रेडिंग होती है।

संस्थान निदेशक डॉ आर के पंडित ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि, यह सफलता संस्थान के चेयरमैन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के तकनीकी शिक्षा के प्रति बड़े विज़न का परिणाम है।
साथ ही सफलता में स्टेक होल्डर्स के प्रत्येक सदस्य के विशेष प्रयासों का योगदान है। चाहे फिर वे फैकल्टी हो, छात्र हों, स्टाफ हों, एल्युमनी हों, एम्प्लायर हों। A++ सर्वश्रेष्ठ ग्रेडिंग मिलने के बाद संस्थान से पास आउट होने वाले छात्र-छात्राओं को भी अब अच्छा प्लेसमेंट और नौकरी मिलने की उम्मीद जाग गई है।
राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा रखा गया था MITS संस्थान की नींव
आपको बता दें कि माधव प्रॉद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान ( MITS ) की स्थापना वर्ष 1957 में हुई थी और इसकी नींव का पत्थर तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा रखा गया था और इसका उद्घाटन भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा किया गया था। वर्तमान में इस संस्थान के चेयरमैन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं और यह संस्थान मध्य भारत के प्रसिद्ध संस्थानों शुमार रहा है।