सिटी टुडे। मध्यप्रदेश में मोहन सरकार ने कथित शिकायतों के बाद परिवहन विभाग के चेक पोस्ट तो बंद कर चेक प्वाइंट लगाकर कारवाई करने के निर्देश दिए थे। मध्यप्रदेश के नीमच जिले में नयागांव के बंद चेक पोस्ट के पास ही परिवहन विभाग के कर्मचारी चेकिंग के नाम पर ट्रकों से अवैध वसूली करते हुए मीडिया रिपोर्टर के केमरे में कैद हुए हैं। मीडिया रिपोर्टर ने ट्रक में बैठकर साधारण क्लीनर बनकर स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम देते हुए देखा कि हमेशा विवादों में रहने वाले केपी अग्निहोत्री इतने बेधड़क है कि धड़ल्ले से बेफ्रिक होकर अवैध वसूली खुलेआम करवा रहे है वह भी सभी डॉक्यूमेंट होने के बावजूद बिना रुपए लिए ट्रक को नहीं जाने दिया जाता।
नयागांव चेक पॉइंट पर खड़े होकर हमारे रिपोर्टर ने समझा कि आरटीओ के कर्मचारी यहां प्रतिदिन कितने ट्रकों से पैसा वसूल करते हैं। इस रोड से हर घंटे 500 वाहन गुजरते हैं। इनमें से से 60 फीसदी ट्रक दूसरे राज्यों के रहते हैं। आरटीओ कर्मचारी दूसरे राज्यों के हर दूसरे ट्रक को रोकते दिखे यानी एक घंटे में 150 से ज्यादा ट्रकों से डेढ़ लाख रुपए की वसूली।
नयागांव चेक पॉइंट पर परिवहन विभाग का अमला राजस्थान की ओर से आने वाले हर दूसरे ट्रक को रोककर वसूली करते मिला। कागज पूरे होने के बावजूद भी हर ट्रक से कम से कम दो हजार रुपए लिए जा रहे हैं। अब हमारे रिपोर्टर ने अपना स्टिंग शुरू किया।
रिपोर्टर चेक पोस्ट से दो किलोमीटर पहले राजस्थान की सीमा में ट्रक ड्राइवर कालूराम जाट से संपर्क कर उनके ट्रक में सवार हुआ। कालूराम के 22 पहिए के ट्रक की क्षमता 57.7 टन सामान ले जाने की है। रिपोर्टर ने कालूराम के कागज देखे तो उनमें 56.4 टन माल भरा होने का जिक्र मिला यानी गाड़ी ओवरलोड नहीं थी। गाड़ी की हाइट भी 13.2 फीट से 3 इंच कम थी।
रिपोर्टर ने स्टिंग ऑपरेशन में पाया कि नयागांव चेक पोस्ट के पास नीमच आरटीओ केपी अग्निहोत्री गाड़ी के पास कुर्सी लगाकर बैठे हैं। इधर, फोरलेन पर परिवहन विभाग की ही एक अन्य गाड़ी खड़ी है। यहां तीन-चार कर्मचारी राजस्थान की ओर से आने वाले ट्रक को रोक रहे हैं। ट्रक को साइड में खड़ा करवाकर ड्राइवर या क्लीनर में से किसी एक को डॉक्यूमेंट लेकर अधिकारी के पास जाने को कह रहे हैं। गाड़ी में बैठा अधिकारी कागज चेक कर लोडिंग माल की हाइट ज्यादा बताकर चालान की रसीद कटवाने का कहता है। ड्राइवर आग्रह करता है तो अधिकारी के पास खड़ा एक व्यक्ति दूर खड़े साथी से मिलने को कहता है। ड्राइवर उस व्यक्ति के पास जाता है तो वह सीधे रुपए की डिमांड करता है। उसके पास एक डायरी है, जिसमें गाड़ी नंबर के आगे रुपए लिखे हुए हैं।
परिवहन कर्मचारी : ड्राइवर कौन है? सिर्फ ड्राइवर आ जाओ।
क्लीनर (रिपोर्टर) : गाड़ी का मालिक तो मैं हूं सर।
परिवहन कर्मचारी : गाड़ी का क्या लोड है?
ड्राइवर: अंडर लोड है।
कर्मचारी : गाड़ी की हाइट भी (ज्यादा) है यार।
ड्राइवर : सर हाइट ज्यादा नहीं है। 12 फीट ही है। नपवा लो?
परिवहन कर्मचारी ने साथी को इशारा करते हुए फीता देते हुए कहा- ले अर्जुन नापकर आ जा।
परिवहन कर्मचारी : अगर गाड़ी नपेगी तो फिर चालान बनेगा। देख लो क्या करना? अगर रसीद कटवाना है तो अभी मैं पेन चला देता हूं रसीद बन जाएगी।
क्लीनर (रिपोर्टर) : साहब चालान नहीं बनाना है आप डॉक्यूमेंट देख लो?
सहयोगी अर्जुन (प्राइवेट कटर) को कुछ शक हुआ तो क्लीनर बने रिपोर्टर से बोला कि आपकी ऊपर वाली जेब में जो मोबाइल है उसे नीचे रखो। यहां मोबाइल रखना अलाऊ नहीं है।
परिवहन कर्मचारी : जल्दी बताओ क्या करना है? रसीद बनवाना है या ऐसे ही सेटल करना है।
ड्राइवर : सिंगल गाड़ी है सर चालान मत बनाइए मेरी कोई गलती नहीं है।
परिवहन कर्मचारी : नीली शर्ट वाला हमारा आदमी है, उनसे जाकर मिलो। कागज मुझे दो और हां, एक ही आदमी जाएगा?
क्लीनर (रिपोर्टर) : सर एक गाड़ी है, उन साहब ने भेजा है।
कथित परिवहन कर्मचारी (नीली शर्ट प्राइवेट कटर): अगर आपकी गाड़ी की हाइट ज्यादा है तो 5 या 10 हजार का चालान बनवा लो।
क्लीनर (रिपोर्टर) : सर ऐसा मत करो सिंगल मोटर मालिक गाड़ी हैं, टायर भी फट गए हैं इतना पैसा नहीं है सर गाड़ी की हाइट भी ज्यादा नहीं है आप नाप लीजिए।
कथित परिवहन कर्मचारी (नीली शर्ट प्राइवेट कटर) : अगर 10 का नहीं बनवाना है तो 5 हजार का बनवा लीजिए?
क्लीनर (रिपोर्टर) : सर गाड़ी की बिल्कुल भी हाइट नहीं है। इसके बावजूद सर ने बोला कि आपसे मिल लीजिए, इसलिए मैं आपसे मिलने आया हूं। गरीब हूं सर मारे जाएंगे। आप देख लो?
ड्राइवर : आरटीओ साहब बोल रहे हैं 1 हजार रुपए लगेंगे।
अब इस कर्मचारी को भी कुछ शक हुआ फिर ड्राइवर से बोला ऐसा काम क्यों करते हो? तुम दोनों के पास मोबाइल ऊपर वाली जेब में है ज्यादा शाने बने रहे हो क्या इन दोनों को नीचे वाली जेब में डालो। जब बात करने के लिए आते हैं तो मोबाइल को नीचे ही रखा करो।
क्लीनर (रिपोर्टर) : छोड़ो न सरकितने रुपए देने हैं?
ड्राइवर: सर मेरी गाड़ी अंडर लोड है और न ही गाड़ी की हाइट ज्यादा है। गरीब हूं देख लो प्लीज।
कथित परिवहन कर्मचारी (नीली शर्ट प्राइवेट कटर) : 1 हजार दे दो, तुम काम भी अपनी मर्जी का करना चाहते हो।
क्लीनर (रिपोर्टर) ने अपनी जेब से 500- 500 रुपए के दो नोट निकाले और ड्राइवर के जरिए नीली शर्ट वाले आरटीओ कर्मचारियों को दे दिए।
कर्मचारी ने रिश्वत की राशि अपनी जेब में डालकर डायरी और पेन निकाला। पूछा- गाड़ी नंबर बोलो
अब गाड़ी के पास कुर्सी डालकर बैठे केपी अग्निहोत्री को शक हुआ तो उसने दो निजी कर्मचारियों को बुलाने भेजा और मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया तब तक रिपोर्टर की गुप्त कवरेज लगभग पूरी हो ही चुकी थी सो मौके की नजाकत को भांपते हुए चुपचाप निकलना ही बेहतर समझा।