May 25, 2025
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सो अरब अर्थात सौरभ शर्मा 19 दिसंबर 2024 के बाद से पत्नी सहित तीनों जाँच से एजेंसीयों की पकड़ से बाहर है अथवा जांच एजेंसियों ने सौरभ के प्रति नरम रुख अपना रखा है।
मध्य प्रदेश की राजनीति में सत्ता तथा संगठन के बीच संतुलन बिगाड़ने वाली राजनीति के करने वाले पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह पूर्व में भी पहले अपने साथी मंत्री गोपाल भार्गव से नाराज रहते थे यहां तक के उनके द्वारा सागर के पूर्व संभागीय संगठन मंत्री पर भी सजातीय आरोप लगाकर बदनाम किए जाने का प्रयास किया था अब कुर्सी की लालसा में गोविंद सिंह राजपूत को हथियार बनाकर कुत्ते बिल्ली जैसा खेल खेलते हुए सत्ता तथा संगठन को बदनाम किया जा रहा है।
100 अरब शर्मा जिसकी नियुक्ति के लिए भूपेंद्र सिंह परिवहन मंत्री रहते हुए प्रयासरत से उसी की नियुक्ति के लिए दो अन्य मंत्री भी प्रयास करते रहे, शर्मा तथा उसकी माता द्वारा अपने जेठ पुत्र की जानकारी छुपाते हुए अनुकंपा नियुक्ति के लिए जो आवेदन तत्कालीन सीएमओ ग्वालियर को दिया था इसी कूट रचित आवेदन को सभी हकीकत संज्ञान में होने के बाद भी प्रमाणित करते हुए जिला कलेक्टर ग्वालियर को मूल आवेदन भेजा था मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने शर्मा की नियुक्ति के लिए विभागीय जानकारी भी यह कहकर गलत भेजी के विभाग में कोई पद खाली नहीं है जो असत्य थी सूत्र अनुसार इस मूल आवेदन को जिला कलेक्टर ग्वालियर में परिवहन आयुक्त को अनुकंपा नियुक्ति के लिए भेजा था ।ऐसी स्थिति में किसी भी जांच एजेंसी ने अभी तक सौरभ शर्मा तथा उसकी मां के विरुद्ध कूट रचित झूठ शपथ पत्र देकर अनुकंपा नियुक्ति हासिल करने वालों के विरुद्ध कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं किया गया विधि सूत्रों अनुसार इस प्रकरण में तत्कालीन मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी षड्यंत्र के आरोपी बनाए जा सकते थे। परंतु जांच एजेंसियों ने अपना नरम रुख क्यों अपना रखा है यह रहस्य बना हुआ है।

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