नेशनल लोक अदालत में 999 प्रकरणों का आपसी राजीनामा से हुआ निराकरण
03 करोड़ 10 लाख रुपये के अवार्ड पारित
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री दिनेश चन्द्र थपलियाल के निर्देशन में 14 मई 2022 को नेशनल लोक आदलत का आयोजन जिला न्यायालय मुख्यालय बालाघाट तथा सिविल न्यायालय बैहर, कटंगी, लांजी एवं वारासिवनी में किया गया। नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री दिनेश चन्द्र थपलियाल द्वारा महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
प्रात: 1030 बजे से आयोजित नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ कार्यक्रम में विशेष न्यायाधीश श्री रविन्द्र कुशवाहा, कुटुंब न्यायाधीश श्री आर के गुप्त, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री प्रवेश मलेवार, सचिव श्री विकास श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्री समीर सौरभ, अपर कलेक्टर श्री शिवगोविंद मरकाम, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री आसिफ अब्दुल्लाह, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री सोमनाथ राय, अन्य न्यायाधीश गण, अधिवक्ता गण, न्यायालय के कर्मचारी, बैंक, विद्युत, नगरपालिका, के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
14 मई को आयोजित नेशनल लोक अदालत में न्यायालयों में लंबित कुल 221 प्रकरणों में आपसी राजीनाम एवं सुलह समझौते के द्वारा निराकरण किया गया। निराकृत प्रकरणों में 01 करोड़ 76 लाख 56 हजार 232 रुपये के अवार्ड पारित किये गये। इसी प्रकार बैंक, नगर पालिका, जलकर व संपत्ति कर तथा विद्युत एवं अन्य प्री-लिटिगेशन के कुल 778 प्रकरणों में राजीनामा किया गया जिसमें 01 करोड़ 40 लाख 47 हजार 253 रुपये के अवार्ड पारित किये गये। इस लोक अदालत में मोटर यान दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा के 24, चैक बाउंस के 19, अपराधिक शमनीय के 71, विवाह संबंधी 12, अन्य प्ररकण 70, सिविल प्रकरण 19, विद्युत अधिनियम के 06 प्रकरणों का राजीनाम से निराकरण किया गया है।