सिटी टुडे। लोकायुक्त की टीम ने आज एक बार फिर सरकारी कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, ट्रेपिंग की ये कार्रवाई जबलपुर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने की है, लोकायुक्त ने जिला पंजीयक कार्यालय में पदस्थ क्लर्क को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जबलपुर लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सोनपुर मल्टी जिला छिंदवाड़ा के रहने रहने वाले 35 वर्षीय इंद्र कुमार साहू ने लोकायुक्त एससी कार्यालय में एक शिकायती आवेदन दिया था जिसमें जिला पंजीयक कार्यालय में पदस्थ क्लर्क पर रिश्वत मांगने के आरोप थे।
Lokayukta Action : शिकायतकर्ता इंद्र कुमार ने बताया कि 56 वर्षीय सहायक ग्रेड 1 देवी प्रसाद सर्विस प्रोवाइडर लाइसेंस रिन्यू कराने के बदले 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है। शिकायत मिलने के नाद लोकायुक्त ने इसकी पुष्टि की जिसमें रिश्वत मांगे जाने की शिकायत सही पाई गई।
रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने के बाद लोकायुक्त पुलिस जबलपुर की टीम ने जिला पंजीयक कार्यालय छिंदवाडा में पदस्थ क्लर्क देवी प्रसाद को ट्रेप करने की योजना बनाई और योजना के तहत आज 17 अप्रैल को फरियादी को लेकर छिंदवाडा पहुँच गई।
फरियादी और रिश्वतखोर क्लर्क देवी प्रसाद के बीच हुई बातचीत के आधार पर फरियादी इंद्र कुमार रिश्वत की राशि 10 हजार रुपये के साथ जिला पंजीयक कार्यालय छिंदवाडा पहुंचा और उसने वो राशि देवी प्रसाद को जैसे ही दी इशारा मिलते ही पहले से तैयार लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने उसे दबोच लिया।
जिला पंजीयक कार्यालय में लोकायुक्त के रेड से हडकंप मच गया वहां मौजूद स्टाफ हडबडा गया और यहाँ वहां भागने लगा, लोकायुक्त ने क्लर्क देवी प्रसाद से रिश्वत की राशि 10 हजार रुपये जब्त कर ली और उसके हाथ धुलवाए तो वे गुलाबी हो गए जिसके बाद उसे भ्रष्टाचर निवारण अधिनियम की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया ।