मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के सर्वाधिक विवादित आयुक्त रहे मुकेश जैन 17 जुलाई 2022 को 2 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद राज्य शासन ने विवादों के कारण इनको हटा दिया था, विभाग में विवादों के साथ ही गम्भीर भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर मध्यप्रदेश में खासे चर्चित रहे जैन को विभाग से हटे हुए 1 साल पूर्ण हो गया परंतु इनके द्वारा परिवहन विभाग के 200 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों की गोपनीय चरित्रावली पिछले 2 साल से नहीं लिखी गयी जब भी कोई अधिकारी-कर्मचारी इनसे इस संबंध में संपर्क करता है तो कहते हैं मुझे समय मिलेगा तभी एसीआर मतांकित करुंगा, विभागीय सूत्रों के अनुसार संबंधित कर्मचारी कई बार इस संबंध में आवश्यक अभिलेख लेकर इनसे मिले भी परंतु जैन ने ए.सी.आर लिखने के लिए अपने महत्वपूर्ण हस्ताक्षर करने से अप्रत्यक्ष रूप से न तो मना किया न ही हाँ की।
विभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर अपना दुखड़ा रोते हुए बताया कि जैन अपने स्वभाव अनुसार इस मामले में भी संभवत सुविधा शुल्क की मांग अप्रत्यक्ष रूप से कर रहे होंगे जो विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के लिए संभव नहीं है शायद इसीलिए जैन ने पिछले 2 साल से इन विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की एसीआर नहीं लिखी ज्ञात हो कि जैन अपना सेवाकाल 30 जुलाई 2023 को पूरा कर सेवा मुक्त होंगे इसी बात को लेकर विभाग के अधिकारी कर्मचारी चिंतित हैं शासकीय सूत्रों के अनुसार प्रतिवर्ष कैलेंडर तिथि अनुसार वर्ष के अंत तक विभागीय प्रमुख को ऐसीआर लिख देना चाहिए परंतु जैन शासन के इन नियमों को भी पालना करते हुए चुनौती दे रहे हैं।