सिटी टुडे। मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र से साल 1985 से 2018 तक सागर जिले की रहेली विधानसभा क्षेत्र से निरंतर एकमात्र विधायक निर्वाचित होकर वर्तमान सरकार में लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव की उम्र 71 वर्ष की हो चुकी हैं परंतु उनके अनुसार उनके गुरु ने कहा है कि अभी वह 15 साल तक निर्वाचित होने की शक्ति रखते है इसीलिए वे फिर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
सत्ता, संगठन से ऊपर आरएसएस तथा गुजरात मॉडल (जिसमें age factor के तहत 45 विधायकों के टिकट काटे गए थे) की तर्ज पर अगर मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का टिकट वितरण हुआ तो कई वर्तमान विधायक एवं मंत्रियों के टिकट कट जाएंगे इसलिए कुछ ने तो अब सत्ता एवं संगठन के सामने अपने पुत्रों के नाम अपने प्रभाव वाली विधानसभा से प्रत्याशी के लिए प्रस्तावित कर दिए हैं।
सिटी टुडे को प्राप्त जानकारी अनुसार गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव अपने पिता के विधानसभा क्षेत्र में 10 वर्ष से अधिक समय से लगातार सक्रिय होकर काम कर रहे हैं शायद उनके मन में भी इस बार पिता के उत्तराधिकारी के रूप में विधानसभा सदन में पहुंचने की लालसा होगी परंतु सत्ता और संगठन को चुनौती देने वाले गोपाल भार्गव के बयान के बाद संगठन गोपाल भार्गव के परिवार की निष्ठा एवं लोकप्रियता को दरकिनार कर अगर गुजरात मॉडल की तर्ज पर विधानसभा टिकट वितरण करती है तो गोपाल भार्गव की जगह उनके पुत्र अभिषेक भार्गव को भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी बनाकर गोपाल भार्गव को सक्रिय राजनीति से अलग रखेगी।