सिटी टुडे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी ने सोमवार रात 11 बजे दूसरी सूची जारी कर दी जिसमें 29 नाम हैं। इससे पहले भी एक सूची जारी कर 10 प्रत्याशी घोषित किये जा चुके है। दरअसल प्रदेश में तीसरे दल की संभावना तलाश रही आम आदमी पार्टी की इस दूसर लिस्ट में विवादित चेहरे देखकर आप पार्टी मतदाताओं के मन मस्तिष्क में बनी स्वच्छ छवि के विपरीत अन्य पार्टियों की राह पर चलकर राजनीतिक मोहरे बनने वाले आयाराम गयाराम दांव खेलती दिख रही है। चुनाव तारीखों की घोषणा होने से पहले ही आप ने भी अब तक दो अलग अलग सूची के माध्यम से 39 प्रत्याशी घोषित कर दिए है।
देर रात जारी इस सूची में टिकट के खातिर भाजपा छोड़कर आप पार्टी में शामिल हुईं पूर्व विधायक दलबदलू ममता मीणा को चाचौड़ा से टिकट दिया गया है जिससे प्रदेश के मतदाताओं के मन में आप पार्टी की साफ सुथरी स्वच्छ प्रत्याशी देने की बात के विपरीत पार्टी की छवि धूमिल हो रही है ऐसे में आप पार्टी के प्रत्याशी चयनकर्ताओं को चिंतन करना चाहिए कि क्या जनता द्वारा नकारे गए व आयाराम गयाराम वाले दलबदलू को प्रत्याशी बनाने से जनता के सामने आप पार्टी की कौनसी गाइडलाइन को सेट किया गया है।
चाचौड़ा सीट एक ऐसी विधानसभा है जिसका इतिहास काफी पुराना है। चाचौड़ा विधानसभा सीट से ही उपचुनाव जीतकर दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। दिग्विजय सिंह के लिए तत्कालीन कांग्रेस विधायक शिवनारायण मीणा ने सीट खाली की थी।
चाचौड़ा विधानसभा सीट में 2 लाख 24 हजार से ज्यादा मतदाता हैं। बात करें मीणा समाज की तो इनका वोटबैंक लगभग 65 हजार है वहीं, अनुसूचित जाति के लगभग 30 हजार मतदाता हैं. इसके अलावा आदिवासी, लोधा, गुर्जर, कुशवाह, ब्राह्मण मतदाता चुनाव को रोचक बनाते हैं। ऐसे में यदि कॉंग्रेस भी मीणा समाज के साफ स्वच्छ छवि वाले प्रत्याशी को मैदान में उतारती है तो यहाँ मामला त्रिकोणीय मुकाबला होकर भी कॉंग्रेस की जीत शत प्रतिशत सुनिश्चित है।
बीजेपी ने प्रियंका मीणा को टिकिट देकर पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है जिससे नाराज ममता मीणा ने अपने राजनीतिक गुरु व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई तथा पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह के ईशारे पर बगावत कर आप का दामन थाम लिया जबकि आप पार्टी ने ममता को प्रत्याशी घोषित कर ही दिया है। राजनीतिक समीक्षकों के अनुसार जिसका सीधा सीधा शत प्रतिशत फायदा कांग्रेस प्रत्याशी को मिलेगा यही नहीं कॉंग्रेस भी मीणा समाज से किसी प्रत्याशी को उतार दे तो सोने पर सुहागा जैसा है। वाह लक्ष्मण सिंह जी कॉंग्रेस प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए क्या शतरंज़ की बिसात बिछाई है।
इंदौर-1 सीट पर आप की तरफ से अनुराग यादव उम्मीदवार होंगे बीजेपी ने यहां से राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय को मैदान में उतारा है। सीधी विधानसभा सीट पर आप ने आनंद मंगल सिंह को मैदान में उतारा है, इस सीट पर बीजेपी ने रीति पाठक को मैदान में उतारा है। आप ने फ़िल्म अभिनेत्री चाहत मणि पांडे को भी दमोह से टिकट दिया है। इसके अलावा भांडेर (SC) से रमणी देवी जाटव, भिंड से राहुल कुशवाह, मेहगांव से सतेंद्र भदौरिया, भोपाल उत्तर से मोहम्मद सऊद, नरेला से रईसा बेगम मलिक, मलहरा से चंदा किन्नर को टिकट दिया है।
दमोह से आप पार्टी ने TV actress चाहत को मैदान में उतारा है। चाहत मणि पांडेय मध्य प्रदेश के दमोह की रहने वाली हैं चाहत ने 2016 में पवित्र बंधन सीरियल के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी इसके अलावा चाहत ने हमारी बहू सिल्क, पाखी पारेख, दुर्गा माता की छाया, नथ जेवर या जंजीर आदि कई सीरियलों में मुख्य अभिनेत्री की भूमिका निभाई है। उन्हें 2020-21 में नेशनल एकेडमी ऑफ टेलीविजन बेस्ट एक्टर अवॉर्ड से भी सम्मानित कर चुकी है। चाहत समाजसेविका होने के कारण निस्वार्थ सामाजित सेवा संगठन में दमोह से संरक्षक के तौर पर जुड़ी है उन्होंने राजनीति के माध्यम से जनसेवा करने के लिए 29 जून को ही आप पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। उन्हें आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और राज्यसभा सांसद डॉक्टर संदीप पाठक ने सदस्यता ग्रहण करवाई थी।
डॉक्टर पीयूष जोशी को इंदौर 4 से, सुनील चौधरी को महू से और अनुराग यादव को इंदौर 1 से प्रत्याशी बनाया ( फोटो में बाएं से दाएं)
व्यवस्था की सर्जरी के लिए राजनीति में उतरे डॉक्टर पीयूष जोशी
डॉक्टर पीयूष जोशी आप के प्रदेश प्रवक्ता हैं। वे कहते हैं कि मैं आज मप्र की व्यवस्थाओं की सर्जरी करने की बेहद आवश्यकता है। वे स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापार की नीतियों को बेहतर करने के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने बेहतर सरकारी स्कूल, मोहल्ला क्लिनिक और लोकल बिजनेस ऑथोरिटी की मांग की है। उनका मानना है कि इन तीनों मुद्दों पर काम करके ही प्रदेश को बेहतर दिशा में आगे ले जाया जा सकता है।
आप के लिए कई बार जेल गए अनुराग यादव
अनुराग यादव आम आदमी पार्टी के आंदोलनों में कई बार जेल जा चुके हैं। उन्होंने बीकाम किया है और 2015 से पार्टी से जुड़ गए थे। उन्हें पार्षद चुनाव के समय आलीराजपुर का प्रभार दिया गया था। अनुराग का कंस्ट्रक्शन का काम है। वे एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं जहां पर भाजपा से कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस से संजय शुक्ला की दावेदारी है। इसे इंदौर में सबसे रोमांचक मुकाबले वाली सीट माना जा रहा है।
राजनीति को समाजसेवा का क्षेत्र मानते हैं सुनील चौधरी
सुनील चौधरी महू से आप के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। वे राजनीति को समाजसेवा का क्षेत्र मानते हैं। उन्होंने एलएलबी किया है और कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं। सुनील युवाओं के बीच भी खासे लोकप्रिय हैं और कई खेल संगठनों से भी जुड़े हैं। रक्तदान, पौधरोपण, शिक्षण सामग्री में मदद जैसे काम वे अपने समूहों के साथ लंबे समय से कर रहे हैं।
कल दोपहर में सदस्यता रात में टिकट
भोपाल उत्तर से तो भोपाल के पूर्व पार्षद मो.सऊद ने सोमवार दोपहर को दिल्ली में सांसद और प्रदेश प्रभारी डॉ संदीप पाठक के समक्ष आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली और देर रात जारी हुई सूची में उन्हें भोपाल उत्तर सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया। सऊद ने कांग्रेस विधायक आरिफ अकील के भाई को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पार्षद का चुनाव हराया था। वे कांग्रेस से भी टिकट की जुगत में थे लेकिन टिकट की आस टूटने के बाद उन्होंने आप का दामन थाम लिया और प्रत्याशी बनकर अब वे चुनाव में ताल ठोकेंगे।
भोपाल की नरेला विधानसभा सीट पर रईशा मलिक को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले पहली सूची में 10 प्रत्याशियों को टिकट दिया गया था।
केन बेतवा लिंक परियोजना में मुआवजा दिलाने आंदोलन में शामिल अमित भटनागर को बिजावर, जिला पंचायत सदस्य भागीरथ पटेल को छतरपुर, सुनील गौर को सिवनी मालवा से और इंदौर-चार से पीयूष जोशी को मैदान में उतारा है।