गुरुशरण सिंह अहलुवालिया, सम्पादक सिटी टुडे। 2024 लोकसभा चुनाव करीब आते ही राजनीतिक दलों ने कमरकस तैयारियां शुरू कर दी है वहीं बीजेपी इस बार 400+ के लिए जोर शोर से तैयारियों में जुट गई है। इसी क्रम में दिल्ली में कल बुधवार देर रात तक चली बैठक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक (BJP Central Election Committee meeting) में प्रत्यशियो के नाम पर अंतिम मुहर लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देर रात तक पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की मैराथन बैठक की आखिरकार प्रत्यशियो के नामों पर मुहर लग ही गई है।
पार्टी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने पर गुरुवार रात को 10:45 बजे के लगभग केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुरू हुई, जो आधी रात के बाद तक यानी आज शुक्रवार को अलसुबह 3:15 बजे तक चली। पार्टी मुख्यालय में लगभग साढ़े चार घंटे तक चली केंद्रीय चुनाव समिति की मैराथन बैठक में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, गोवा और केरल सहित अन्य कई राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 155 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर सीट वाइज विस्तार से विचार विमर्श किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय में चली केंद्रीय चुनाव समिति की मैराथन बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सर्बानंद सोनोवाल, सत्यनारायण जटिया और वनथी श्रीनिवासन सहित केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
बता दें कि उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाने के लिए बीजेपी को लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। नमो ऐप पर जनता से बाकायदा सांसदों के बारे में फीडबैक लिया गया लोगों से उनके क्षेत्र में 3 सर्वाधिक लोकप्रिय बीजेपी नेताओं के नाम पूछे गए वहीं बीजेपी सांसदों से पिछले दो सालों में किए गए उनके काम के बारे में रिपोर्ट मांगी गई। सर्वेक्षण करने वाली एजेंसियों से भी हर संसदीय क्षेत्र की रिपोर्ट मांगी गई बीजेपी शासित राज्यों में हर संसदीय क्षेत्र में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई, इन मंत्रियों से कहा गया कि वे लोक सभा सीटों का दौरा कर सांसदों के बारे में रिपोर्ट लें. जिसके बाद पार्टी ने मंत्रियों और संगठन से मिली रिपोर्ट को प्रदेश स्तर पर चुनाव समिति की बैठक में रखा। संगठन महासचिवों ने RSS का फीडबैक भी लिया व राज्यों की चुनाव समितियों की बैठकों में हर संसदीय सीट पर उम्मीदवारों के नामों का पैनल तैयार किया गया।
कल दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले हर राज्य के कोर ग्रुप की बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और संगठन महासचिव बी एल संतोष के साथ बैठक हुई जिसमें प्रत्येक सीट पर संभावित उम्मीदवारों के नामों की चर्चा हुई इसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आवास पर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा की लंबी मंत्रणा हुई इस बैठक में भी उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई और उसके बाद तब कहीं जाकर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में राज्यवार उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई बीजेपी ने हर सीट के हिसाब से रणनीति तैयार की है। यह देखा गया कि हर सीट को जीतने के लिए सबसे बेहतरीन उम्मीदवार कौन हो सकता है। वहीं उम्मीदवार अगर दूसरी पार्टी का है तो उसे बीजेपी में लाने के लिए पूरा जोर लगाया गया, इसके लिए बाकायदा हर राज्य में और केंद्रीय स्तर पर समितियां बनाई गईं। ये भी तय किया गया कि जिन सांसदों का प्रदर्शन ठीक नहीं है, उनका टिकट बिना किसी झिझक के काट दिया जाएगा।
PM नरेन्द्र मोदी को वाराणसी, अमित शाह को गांधीनगर, राजनाथ सिंह को लखनऊ, स्मृति ईरानी को अमेठी, धर्मेंद्र प्रधान को ओडिशा के संबलपुर, ज्योतिरादित्य सिंधिया को ग्वालियर या गुना-शिवपुरी, शिवराज सिंह चौहान को भोपाल या विदिशा और संबित पात्रा को ओडिशा के पुरी से टिकट दिया जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो मनोज तिवारी उत्तरी पूर्वी दिल्ली, परवेश वर्मा पश्चिमी दिल्ली, रमेश बिधूड़ी पश्चिमी दिल्ली से चुनाव लड़ सकते हैं।
वहीं बंगाल की 8 सीटों पर हुगली से लॉटेक चटर्जी, बांकुरा सीट से सुभाष सरकार, बालुरघाट से सुकांत मजूमदार, आसनसोल से भोजपुरी गायक पवन सिंह, वर्धमान से एसएस अहलुवालिया, मेदिनीपुर से दिलीप घोष, बनगांव से शांतनु ठाकुर, कूच बिहार से निशिथ प्रमाणिक चुनाव में उतारे जा सकते हैं।
वहीं हरियाणा में भी 4 सीटों पर उम्मीदवार तय माने जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक गुरुग्राम से इंद्रजीत सिंह, सिरसा से सुनीत दुग्गल, भिवानी-महेंद्रगढ़ से धरमबीर सिंह और फरीदाबाद से कृष्णपाल गुज्जर को भाजपा चुनावी मैदान में उतार सकती है।सिटी टुडे के विशेष सूत्रों के मुताबिक राजस्थान की 25 में से 7 सीटों पर उम्मीदवार तय माने जा रहे हैं। यहां जोधपुर से गजेंद्र सिंह शेखावत,बीकानेर से अर्जुन राम मेघवाल, बाड़मेर से कैलाश चौधरी, कोटा से ओम बिड़ला, चितौड़गढ़ से सीपी जोशी, चूरू से राहुल कासवान और झालावाड़-बारां से दुष्यंत सिंह चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं यूपी की गोरखपुर से रवि किशन, बस्ती से हरीश द्विवेदी, बांसगांव से कमलेश पासवान, खीरी से अजय मिश्रा टेनी, आगरा से एसपीएस बघेल, फतेहपुर सीकरी से राजकुमार चाहर, मुजफ्फनगर से संजीव बालियान, फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति और कन्नौज से सुब्रत पाठक चुनाव लड़ सकते हैं।
UP में सहयोगियों को 6 और झारखंड में AJSU को एक सीट देगी भाजपा
चुनाव समिति की हुई मीटिंग में NDA के सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग पर भी चर्चा हुई है। सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से भाजपा अपना दल, RLD और अन्य पार्टियों को 6 सीटें दे सकती है। इसके अलावा झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से AJSU के लिए एकमात्र गिरिडीह सीट छोड़ेगी।
असम की 14 लोकसभा सीटें: 11 पर भाजपा, 3 पर सहयोगी उतरेंगे
असम की 14 लोकसभा सीटों पर भाजपा का सहयोगी दलों से समझौता हो गया है। भाजपा असम में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि दो सीटों पर असम गण परिषद (AGP) और एक सीट पर यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) उम्मीदवार उतारेगी। AGP बारपेटा और धुबरी, तो UPPL कोकराझार से कैंडिडेट उतारेगी।
पंजाब, आंध्र और तमिलनाडु में अभी भी गठबंधन पर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे भाजपा के लिए 370 और NDA के लिए 400 प्लस सीटों की तैयारी के साथ काम करें। इसे लेकर पुराने सहयोगियों को साधने पर भी मीटिंग में चर्चा हुई।
इसके लिए पंजाब के पुराने सहयोगी अकाली दल, आंध्र प्रदेश में TDP और जनसेना, तमिलनाडु में AIADMK को फिर से NDA में लाने पर बातचीत हुई। इन राज्यों की सीटों को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। अगर गठबंधन पर बात बनी तो पार्टी उसी आधार पर सीटों का बंटवार करेगी, वरना अकेले मैदान में उतरेगी।
सूत्रों की मानें तो भाजपा 10 मार्च तक 50 फीसदी लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है।