सिटी टुडे। मप्र परिवहन विभाग में पिछले 1 साल से अवैध धन वसूली के उद्देश्य से कर्मचारी, अधिकारियों का उत्पीड़न करने व उनके विरुद्ध विभागीय जांच का डंडा दिखाकर अवैध वसूली करना जिला परिवहन अधिकारियों से तथा चेक पोस्टों से व्यवस्था की लीक से हटकर स्वार्थ पूर्ति हेतु कार्य करते हुये शासन को बदनाम करने के उद्देश्य अवैध वसूली करने के माहिर परिवहन आयुक्त मुकेश जैन को अंततः सरकार ने हटा दिया।
ज्ञात हो कि विभाग के कई कर्मचारी, अधिकारियों ने सरकार के अलावा कई जांच एजेंसियों को इनकी शिकायत की थी। स्वयं सिटी टुडे के संपादक गुरुशरण सिंह ने लोकायुक्त को भी साक्ष्य सहित शिकायत की थी। लोकायुक्त को की गई इस शिकायत को भी मुकेश जैन अपने पद के प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए लोकायुक्त के जांच अधिकारी को भी गुमराह करने का प्रयास कर रहे थे इसीलिए इस शिकायत की जांच मुकेश जैन के अधीनस्थ अधिकारी को सौंपी जाकर लीपापोती की जा रही थी। यहां तक कि मुख्य गवाह दशरथ पटेल को ही पूरे प्रकरण में आरोपी बनाने की फिराक में थे तथा शिकायतकर्ता के विरुद्ध तो झूठा प्रकरण दर्ज करवाने के साथ ही शिकायतकर्ता को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के उद्देश्य अपने सजायाफ्ता, आपराधिक प्रवृत्ति के अपने गुर्गों तथाकथित पत्रकार के माध्यम से मानहानि के उद्देश्य से झूठे व भ्रामक समाचार भी प्रकाशित करवाए गए थे ताकि शिकायकर्ता को साम-दाम-दंड-भेद जैसे भो हो दबाव में लेकर पीछा छुड़ाया जा सके।
इन चालबाजी से आहत होकर शिकायतकर्ता गुरशरण सिंह, संपादक सिटी टुडे ने माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर में रिट याचिका दायर कर याचिका में निष्पक्ष जांच की मांग की थी। जिस पर विगत कुछ दिन पूर्व ही माननीय उच्च न्यायालय ने संबंधित को नोटिस जारी कर तलब किया था।
मुकेश जैन के स्थानांतरण से विभाग के कर्मचारी अधिकारी ही नहीं कई समाजसेवी संगठन पत्रकार जगत में भी हर्ष की लहर है।