सिटी टुडे। मप्र परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार की कमाई व अहं की नूराकुश्ती के चलते परिवहन आयुक्त मुकेश जैन तथा स्टेनो सत्यप्रकाश शर्मा के बीच का विवाद अब लक्ष्मण रेखा पार कर गया है। ज्ञात हो कि ग्वालियर क्राइम थाना पुलिस द्वारा एक शिकायत के आधार पर साक्ष्य जुटाकर स्टेनो तथा उसके ड्राइवर को अपराध क्रमांक 22 / 24 में नामजद आरोपी बनाया था। इस प्रकरण में विवेचना उपरांत आज मंगलवार 12 जुलाई 2022 को जिला ग्वालियर न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया जाएगा। खबर है कि आरोपी स्टेनो व उसका निजी ड्राइवर दोनों न्यायालय में हाजिर होकर जमानत के लिए आवेदन प्रस्तुत करेंगे।
सूत्रों अनुसार इस प्रकरण में आरोपी सत्यप्रकाश शर्मा द्वारा माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ में धारा 482 के तहत आवेदन दिया गया है जिस पर अभी निराकरण होना शेष है। वहीं इस प्रकरण में आरोपी सत्यप्रकाश शर्मा अपने विरुद्ध दर्ज प्रकरण में आयुक्त मुकेश जैन को मुख्य सूत्रधार मानते हैं। ज्ञात हो कि शिकायतकर्ता पत्रकारिता के चोले में एक सजायाफ्ता व अपराधिक प्रवृत्ति का ब्लैकमेलर बताया जाता है जिस पर कई गंभीर शिकायतों उपरांत जिला कलेक्टर ग्वालियर ने आरएनआई के पत्र को आधार मानकर इस तथाकथित पत्रकार के समाचारपत्र का घोषणापत्र रद्द पूर्व में ही कर दिया था। आरोपी सत्यप्रकाश द्वारा इस प्रकरण से पूर्व में ही शिकायतकर्ता के विरुद्ध मानहानि का एक प्रकरण जिला न्यायालय ग्वालियर में पूर्व में ही प्रस्तुत किया गया है।
खैर, नतीजा जो भी हो लोकायुक्त भी परिवहन आयुक्त मुकेश जैन के विरुद्ध जांच कर रही है। परंतु यह पहली बार विभाग में हुआ है जब मुकेश जैन की भ्रष्ट विवादित कार्यप्रणाली के कारण विभाग के अधिकारी कर्मचारी मानसिक रूप से परेशान हैं क्योंकि आयुक्त के द्वारा अपनी ख्वाहिश पूरी न करने वाले अधिकारी ही नहीं कर्मचारियों को भी ईओडब्ल्यू व लोकायुक्त को हथियार बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है तो दूसरी तरफ भ्रष्टासुर की ख्वाहिश पूरी करने वाले अधिकारी कर्मचारी मुकेश जैन की शह पर अवैध वसूली में मस्त हैं।