ब्राह्मण संगठनों के अल्टीमेटम के बाद अब पिछड़ा वर्ग समाज ने जताई आपत्ति
सिटी टुडे। ग्वालियर में भाजपा की महापौर प्रत्याशी की मुश्किलें कम न होकर बढ़ती जा रही है कल ग्वालियर में एक होटल में भाजपा द्वारा संकल्प पत्र का विमोचन करने हेतु प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया था परंतु श्री अनूप मिश्रा (पूर्व मंत्री) जो निकाय चुनाव के दौरान अपनी उपेक्षा के कारण पहले भी आपत्ति जता चुके है इस बार भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्हें मंच पर स्थान न दिया जाकर उनसे जूनियर नेताओं को मंचासीन किये जाने से खफा दिखाई दिए परन्तु मौके की नजाकत को देखते हुए भले बेमन से ही सही अनूप मिश्रा जी को मंच पर आने का न्योता दिया गया परन्तु अनूप मिश्रा जी बिफर गए जैसे मानों उनके ज़ख्म को जानबूझकर कुरेदा गया हो, खैर शाम ढलते ढलते महापौर प्रत्याशी बिना देर किए अनूप मिश्रा जी के निज निवास पर दस्तक देती हैं और पूरे मामले को मानवीय भूल बताकर जिला अध्यक्ष महोदय का बचाव करते हुए अनूप जी को साधने में कामयाब होती हैं परंतु तब तक शायद ब्राह्मण संगठनों ने इस पूरे घटनाक्रम को सोची समझी रणनीति बताते हुए ब्राह्मण रत्न अनूप जी के अपमान के लिए जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी व ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर जी पर आरोप लगाते हुए 24 घण्टे का अल्टीमेटम जारी कर दिया था।
लेकिन 24 घण्टे के अंदर हुई इस उधेड़बुन ने भाजपा के लिए राह में कांटे बिछा दिए क्योंकि जैसे तैसे महापौर प्रत्याशी सुमन शर्मा अपनी बिगड़ी बनाने के लिए अनूप जी को साधने गईं लेकिन इस दौरान जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी का बचाव करते करते आवेश में अपने शब्दों पर नियंत्रण न रख सकीं और प्रेस वार्ता के दौरान मंच का संचालन करने वाले पिछड़ा वर्ग के भाजपा नेता जवाहर प्रजापति के सिर पूरे मामले का ठीकरा फोड़ते हुए उनके प्रति अपशब्द बोल बैठी जबकि इस दौरान आसपास कैमरे रिकॉर्डिंग कर रहे थे सो सब कुछ रिकॉर्ड हो गया फिर यही से एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया क्योंकि ब्राह्मण संगठनों के अल्टीमेटम के बावजूद जैसे तैसे अनूप जी ने सुमन शर्मा को समर्थन देने की सार्वजनिक घोषणा कर उन्हें मजबूत किया था लेकिन इसके चंद घण्टो बाद अब पिछड़ा वर्ग समाज के संगठनों ने आपत्ति व्यक्त करते हुए सुमन शर्मा को वोट न देने की अपील कर दी है।
“ग्वालियर में महापौर प्रत्याशी सुमन शर्मा ने अपनी पार्टी के ही एक पिछड़े समाज के नेता जवाहर प्रजापति को अपशब्द कहकर पिछड़े वर्ग का अपमान किया हैं। ओबीसी महासभा हमारे ओबीसी के नेता को पैरों में बिठाकर उनके साथ अमानवीय व्यवहार करने पर पूर्ण रूप से निंदा करता है व इनके पक्ष में मतदान न करने की अपील करता है अब इस चुनाव में इनको सबक सिखाना है।” धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा एडवोकेट, राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य ओबीसी महासभा