अपनी कार्यशैली के कारण हमेशा सुर्खियों में रहने वाले ममता रघुवीर मीणा ने जिला पंचायत का पति पत्नी ने चुनाव इसलिए लड़कर जीता था कि वह जिला पंचायत के अध्यक्ष बन जाएंगे परंतु वह हुआ विपरीत संगठन तथा मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला पंचायत का अध्यक्ष अरविंद धाकड़ को प्रत्याशी बनवा कर जिला पंचायत का अध्यक्ष निर्वाचित करवाया गया. इससे वह दोनों अंदर ही अंदर बोखला गए राजनीतिक सूत्रों अनुसार इसका बदला उन्होंने नगर पालिका चुनाव में संगठन तथा सत्ता के निर्देश के विरुद्ध भाजपा प्रत्याशी के विरुद्ध अपने गुट के निर्दलीय प्रत्याशी को सांठगांठ कर चुनाव लड़ा कर संगठन तथा सरकार को चुनौती देकर अपने समर्थित प्रत्याशी को पर्ची के माध्यम से जिताने में सफलता अर्जित की क्योंकि दोनों प्रत्याशियों के समान मत आए थे.
प्राप्त जानकारी अनुसार इस चुनौती को भी सँगठन व सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार कर रघुवीर ममता मीना के समर्थित विजयी प्रत्याशी को उनकी सहायता करने वाले पार्षदों को भी संगठन से बाहर का रास्ता दिखा कर निलंबित कर दिया.
सूत्रों अनुसार रघुवीर ममता मीणा ने चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए चुनाव के पूर्व मतदाताओं के बीच पहुंचने के लिए यात्राओं का सहारा लिया इसके लिए उन्होंने संगठन स्तर पर किसी की भी स्वीकृति नहीं ली कुछ संगठन के लोग इसे अनुशासनहीनता मानते हैं इसकी शिकायतें भी प्रदेश संगठन को तथा प्रदेश के संगठन मंत्री को की गई परंतु यात्रा समाचार लिखे जाने तक दूसरे दिन भी जारी रही.
जब इस संबंध में सिटी टुडे द्वारा दूरभाष पर ममता मीना से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा त्रिदेव यात्रा के लिए मुझे किसी भी संगठन स्तर पर किसी भी नेता ने मना नहीं किया मेरे विरोधी मेरे विरुद्ध दुष्प्रचार कर रहे हैं मैं तो इस यात्रा के बाद 5 मई से चौपाल यात्रा भी शुरू कर रहे हुँ, जिले के कुछ नेता इस यात्रा के लिए रघुवीर ममता मीना का खुद का निर्णय बताते हैं तथा दबी जुबान से स्वीकार करते हैं कि संगठन के निर्देशों के बाद भी रघुवीर ममता मीना अनुशासनहीनता कर रही है परंतु कार्यवाही इन पर कौन करें ?
अपुष्ट सूत्रों अनुसार भारतीय जनता पार्टी संगठन ने आंतरिक सर्वे के माध्यम से रघुवीर ममता मीना चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी ना बनाए जाने का मन बना लिया है इसलिए संगठन एवं सरकार पर दबाव बनाने के लिए दोनों पति पत्नी यात्राओं का दौर शुरू कर चुके हैं. एक प्रश्न गर्भ में पैदा होता है कि अगर संगठन ने इन दोनों में किसी को चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी नहीं बनाया तो दोनों रघुवीर ममता मीणा का अगला कदम क्या होगा.
एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि अगर ऐसी स्थिति बनी तो रघुवीर मीणा को राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी जयवर्धन सिंह के विरुद्ध संगठन प्रत्याशी बना सकता है.एक अन्य जानकारी अनुसार जल्दी ही सँगठन के कुछ वरिष्ठ नेता प्रदेश अध्यक्ष व सँगठन महामंत्री से मिल कर रघुवीर ममता मीणा के विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्यवाही की मांग करेंगे.