
इंदौर में आज 24 जनवरी को भारत-न्यूजीलैंड वन-डे मैच होने जा रहा है। ये वन डे मैच इंदौर को 2017 के बाद 2023 में जाकर मिल सका है। इस मैच से पहले अक्टूबर 2022 में इंदौर में हुए T-20 मैच विवादों के घेरे में सम्पन्न हुया था क्योंकि MPCA के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि मैच शुरू होने से ठीक पहले मैच के VIP पास न पहुंचने से आहत इंदौर नगर निगम कमिश्नर ने जबरन टैक्स वसूली के लिए छापामार कार्रवाई की थी लवकिं अब वैसे हालात दुबारा न बनें इसलिए MPCA हर कदम फूंक-फूंककर रख रहा है, कहते है न दूध का जला।छाछ भी छानकर पीता है। इस बार MPCA ने इंदौर निगम अफसरों को पहले ही पत्र लिखकर किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए जानकारी मांगी है।

इस मामले में MPCA अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हमने इस बाबत नगर निगम को लेटर पहले ही लिख दिया है। हम किसी से झगड़ा नहीं करना चाहते हैं, लेकिन हम ये भी नहीं चाहते कि कोई भी व्यक्ति, कोई भी संस्था मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन जैसी बड़ी संस्था के साथ में अन्यायपूर्ण या भेदभाव पूर्ण बर्ताव करें। एमपीसीए ने मैच होने से पहले ही नगर निगम को एक पत्र लिखा है। 3 अक्टूबर को नगर निगम ने हमारे दफ्तर में छापा मारा था। इस कार्रवाई से नगर निगम ने ये बताने की कोशिश की थी कि हमने कोई टैक्स जमा नहीं किया है। कार्रवाई के बाद नगर निगम ने हमें टैक्स जमा करने के लिए 31 दिसम्बर तक का समय दिया था। हालांकि एमपीसीए पर कोई भी टैक्स बकाया नहीं था। इसलिए एमपीसीए सचिव ने इस बार पहले ही नगर निगम को पत्र लिखा है। हमने पूछा है कि कोई टैक्स बकाया हो तो हमें पहले ही बता दें ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
बैठक में कलेक्टर, मेयर, पुलिस कमिश्नर सभी आए थे। उन्होंने कहा था कि जो भी आपको सहयोग चाहिए उसमें हम आपकी मदद करेंगे। निश्चित रूप से ये मैच उनके लिए और हमारे लिए महत्वपूर्ण रहता है। किसी भी तरह की कोई दुर्घटना न हो इसके लिए सारी सरकारी एजेंसी से मदद और कोऑर्डिनेट होता है। इस बार नहीं लगता है कि कोई रेड या कोई अप्रिय घटना की आशंका है क्योंकि मेयर ने भी हमें भरोसा दिलाया है।
मैच कराना आसान नहीं होता है। अलग-अलग एजेंसीज का दबाव रहता है। आपने सुना होगा हाईकोर्ट में भी एक पिटिशन लगी थी लेकिन इससे पहले ही एमपीसीए ने T-20 मैच के बाद ही ये फैसला ले लिया था ऑनलाइन टिकट सेल को और बढ़ाया जाएगा, ताकि टिकट बिक्री में पारदर्शिता आए। बचे हुए टिकट और पासेस बीसीसीआई, एमपीसीए और इन एसोसिएशन से जुड़े लोगों को दिए जाते हैं। यहां जो सालभर काम करते हैं उनकी फैमिली का भी ध्यान रखा जाता है। ये हमारी परिपाटी है। हमारा पुलिस के साथ ही स्थानीय प्रशासन के साथ कोऑर्डिनेशन ठीक है। हम ये मानकर चलते हैं कि अच्छा मैच देखने को मिलेगा। जो क्रिकेट के प्रेमी हैं वे अनुशासनबद्ध होकर इस क्रिकेट के उत्सव का अनुभव और आनंद उठा सकेंगे।

इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने खांडेकर की चिट्ठी को लेकर कहा कि हमारे पास पत्र आया है। ऐसी कोई स्थिति अब नहीं है। जो पहले हुआ, वैसा कुछ नहीं होगा। ये मैचेस इंदौर के लिए सम्मान की बात है। किसी तरह की वसूली की कार्रवाई या एक्शन मैच के पहले अचानक नहीं लिया जाएगा। जो भी होगा, विधि अनुसार कार्रवाई आपसी तालमेल से ही की जाएगी।