जयपुर: राजस्थान के डूंगरपुर से कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजा है। कांग्रेस चिंतन शिविर के दो बाद और अपने इस्तीफे के एक दिन पहले विधायक घोघरा चर्चा में आए थे। घोघरा ने उपखंड अधिकारी सहित 22 सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को ग्राम पंचायत में बंद कर ताला लगा दिया था। और पंचायत भवन के बाहर धरने पर बैठ गए थे। कांग्रेस विधायक और राजस्थान प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश घोघरा के इस कांड के बाद उनपर राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज किया गया। लेकिन इसके तुरंत बाद अब इस्तीफे का दांव खेलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को विधायक पद से इस्तीफा भेज कर दबाव की राजनीति की शुरू की है।
बता दें कि बीते दिन डूंगरपुर विधानसभा सीट से विधायक और प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश घोघरा मंगलवार को धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया था कि अधिकारी पट्टे नहीं दे रहे हैं। इससे नाराज विधायक ने एसडीएम सहित कई अधिकारियों-कर्मचारियों को पंचायत भवन में बंद कर दिया था। मामले में आज विधायक सहित 50 लोगाों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। माना जा रहा है कि इसी बात से नाराज होकर विधायक ने इस्तीफा दिया है।
विधायक गणेश घोघरा ने मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा- मैं सत्तारूढ़ पार्टी का विधायक हूं, लेकिन मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि राजस्थान सरकार द्वारा उक्त पदों पर पदासीन होने के बाद भी मेरी बातों को अनदेखा किया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी मेरी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। मुझे मेरी विधानसभा क्षेत्र की जनता की समस्याओं की आवाज उठाने पर दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इन सभी बातों को मद्देनजर रखते हुए मैं विधायक पद से अपना त्यागपत्र प्रेषित करता हूं।
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