मध्य प्रदेश सरकार के दो आईएएस “ब्राह्मण द ग्रेट” पुस्तक प्रकाशित होने के बाद आमने सामने हो गए. प्रदेश में चर्चित आईएएस नियाज अहमद द्वारा ब्राह्मण को सर्वश्रेष्ठ बताए जाने पर मध्य प्रदेश की आईएएस शैलबाला ने नियाज अहमद के एक ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि किसी एक जाति को संस्कृत बताने का वैज्ञानिक आधार क्या है? जाति के आधार पर किसी समूचे वर्ग को महान बताना क्या भेदभाव पूर्ण नहीं है इस पर नियाज अहमद ने कहा के प्रकृति ने ही भेदभाव किया है यहुदी और श्वेत में जमीन आसमान का अंतर है.
पाठकों को यह बताना उचित होगा कि नियाज अहमद निष्पक्ष स्वच्छ छवि के मुस्लिम आईएएस अधिकारी हैं वही श्रीमती शैलबाला मार्टिन पाठक मूल रूप से ईसाई होने के बाद कुछ वर्ष पूर्व ही मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार राकेश पाठक के साथ शादी करा चुकी है. ऐसी स्थिति में ब्राह्मण पर मुस्लिम और क्रिश्चियन आमने सामने आ जाने के बाद श्रीमती शैलबाला मार्टिन पाठक ने अपने मूल धर्म क्रिश्चियन से प्रभावित होकर ऐसा बयान दिया है या दोनों की राजनीतिक विचारधारा अलग-अलग है ज्ञात हो कि श्री राकेश पाठक गांधीवादी विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खासम खास सलाहकार मंडल के सदस्य बताए जाते हैं 50 श्रीमती तथा श्रीमती शैलवाला माटिन पाठक प्रदेश सरकार के मंत्रालय में सामान्य प्रशासन विभाग की अपर सचिव है.