
सिटी टुडे, ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मध्यप्रदेश में भाजपा का बहुमत आने पर संसदीय बोर्ड ही तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन हो। प्रसाद ने कहा कि यह हमारी पार्टी की लोकतांत्रिक परम्परा है कि संसदीय बोर्ड ही इस मामले में तय करता है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमारे लोकप्रिय नेता हैं, इससे इंकार नहीं है, लेकिन नेतृत्व का मामला पार्लियामेंट्री बोर्ड ही देखेगा।
ग्वालियर में आज अपने प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा में पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने हर मुददे पर बेबाक राय रखी। जब उनसे मुख्यमंत्री चेहरे के नाम पर संसदीय बोर्ड की बात को काटते हुए कहा के 2003 से 2018 तक भाजपा मुख्यमंत्री का चेहरा सामने लाकर मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ती रही है फिर अबकी बार ऐसा क्यों? इस सवाल पर उन्होंने संसदीय बोर्ड के निर्णय को लागू करने के लिए कहा. उन्होंने दावा करते हुए कहा की मध्य प्रदेश में पांचवीं बार फिर भाजपा सरकार बनेगी.
रवि शंकर प्रसाद ने पत्रकार वार्ता के दौरान राम मंदिर मुद्दे पर कहां के में लखनऊ उच्च न्यायालय से लेकर उच्चतम न्यायालय तक (कानून मंत्री बनने तक) प्रकरण में वकील रहा हूं इसलिए दावा करता हूं की राम मंदिर भाजपा सरकार की देन है.
इस दौरान रवि शंकर प्रसाद द्वारा मोदी सरकार की उपलब्धियां के बारे में कोई भी चर्चा नहीं की गई.