सिटी टुडे। ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर पुर्नविकास कार्य के चलते फुट ओवर ब्रिज के लिए शुक्रवार को प्लेटफार्म 1 व 2 के बीच गर्डर लॉच किए गए। डेढ़ घंटे के ब्लॉक में चार में दो गर्डर सफलता पूर्वक लॉच किए गए इस दौरान जिम्मेदार अधिकारीओं की लापरवाही देखिए कि मौके से ही गायब रहे जबकि गर्डर लॉंच के दौरान कायदे से वरिष्ठ अधिकारी मौके मौजूद रहना होता है।
उल्लेखनीय है कि रेलवे ने पुनर्विकास के लिए जोन कार्यालय से रेलवे बोर्ड को नया प्रस्ताव भेजा था। 534.70 करोड़ रुपये का पुनरीक्षित राशि का प्रस्ताव भेजा था। टेंडर 5 जुलाई 2022 को जारी किये थे जिसमें कुल 3 कम्पनियों ने टेंडर भरे थे इस तरह जिसमें हैदराबाद की केपीसी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को 462.79 करोड़ में ठेका दिया गया। शर्त यह थी कि टेंडर अलॉटमेंट के बाद 24 महीने में काम पूर्ण करने होगा। गौरतलब है कि कम्पनी के 24 माह दिसम्बर 2024 में पूरे होने जा रहे है।
खैर जैसे तैसे टेंडर जुगाड़ने के बाद KPC कंपनी द्वारा जो काम किए जा रहे है वह इतनी धीमी गति से चल रहे है कि काम पूरा होने में 5 साल और लग जाएंगे जबकि इस प्रोजेक्ट की प्रक्रिया शुरू हुए चार साल अभी तक बीत ही चुके हैं।
ग्वालियर रेल्वे स्टेशन पर किए जाएंगे यह कार्य
- स्टेशन पर प्रवेश व निकास के लिए दो अलग-अलग भव्य द्वारों का निर्माण कराया जाएगा। स्टेशन की छत को बादलों जैसा तैयार किया जाएगा। आसमान की तरफ देखने पर जिस तरह से कुछ बादल पास नजर आते हैं और कुछ दूर। इसी तरह से छत की डिजाइन भी होगी। जिससे यात्रियों का प्राकृतिक अहसास होगा।
- सपाट छत के बजाय घुमावदार होगी, जिससे यात्रियों को भव्यता का अहसास होगा। तानसेन रोड और रेसकोर्स रोड को आपस में जोडऩे के लिए दो फुटओवर ब्रिज तैयार किए जाएंगे। ये फुटओवर दोनों सडक़ों को जोडऩे के साथ-साथ प्लेटफार्म को भी जोड़ेंगे।
- स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए 21 लिफ्ट और 19 एस्केलेटर लगाए जाएंगे। ये सभी कानकोर्स एरिया और प्लेटफार्म से जुड़े रहेंगे। जिससे यात्रियों के प्लेटफार्म तक पहुंचने के लिए आसान होगा।
- स्टेशन पर कुल छह प्लेटफार्म तैयार करने का प्रविधान किया गया है। अभी चार प्लेटफार्म है। नए प्लेटफार्म बनने से आउटर पर ट्रेन को नहीं रोकना पड़ेगा।
- स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य किया जाना है, उस जगह पर 213 पेड़ खड़े हैं। हालांकि इन्हें काटने की अनुमति मिल चुकी है।