- छात्रों के भविष्य से खिलवाड़
- NAAC की मान्यता नहीं, 2 साल पहले हुई थी NAAC की मान्यता समाप्त।
- आखरी बार जून 2017 में 5 साल हेतु मिली थी NAAC ग्रेडिंग।
- SSR रिपोर्ट भी नहीं सबमिट नहीं।
- RUSA ने भी इसीलिए नहीं दिया बजट।
- NBA से नहीं ली कई इंजीनियरिंग कोर्स की मान्यता
- प्लेसमेंट भी हुआ लगभग शून्य।
सिटी टुडे। मप्र की राजधानी भोपाल में RGPV लगभग 2 वर्ष पहले जून 2022 में ही NAAC की मान्यता समाप्त हो चुकी है जिसके बाद इस तकनीकी विश्वविद्यालय ने SSR रिपोर्ट भी सबमिट नहीं की है। NAAC की मान्यता का तात्पर्य है कि विश्वविद्यालय में समस्त मापदंड गुणवत्तापूर्ण पूर्ण हो रहे हों। ऐसे में जब लगभग 2 साल से इतने बड़े विख्यात विश्वविद्यालय ने NAAC की मान्यता समाप्त होने के बाद उसको दरकिनार किया हुआ है जिससे NAAC ग्रेडिंग न होने के कारण यहां प्रवेशित लगभग 20 हजार विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है।
उल्लेखनीय है कि NAAC ग्रेडिंग न होने के कारण ही गत वर्ष RGPV को NIRF की रैंकिंग में शामिल नहीं किया गया था। यही नहीं NAAC ग्रेडिंग न होने से RUSA (राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान) योजना के तहत बजट देने का प्रावधान भी न होने के कारण बजट भी नहीं दिया है जिससे विद्यार्थियों के प्लेसमेंट न के बराबर ही है जो कि विद्यार्थी के स्वयं के प्रयासों से सम्भव हो सके है विश्वविद्यालय की तरफ से प्लेसमेंट लगभग शून्य है यहाँ बता दें कि गत 2 वर्ष से किसी भी कम्पनी ने RGPV में प्लेसमेंट के लिए रुख नहीं किया है।
सिटी टुडे दैनिक समाचार पत्र और डिजिटल मीडिया को विद्यार्थियों से मिली जानकारी अनुसार अजब गजब तथ्य तो ये भी सामने आया है कि NAAC ग्रेडिंग एक्रीडेशन नहीं होने के बावजूद RGPV द्वारा अध्ययनरत छात्रों को जो सेमेस्टर मार्कशीट, डिग्री व अन्य सर्टिफिकेट जैसे बोनाफाइड सर्टिफिकेट, ट्रांसफर सर्टिफिकेट, विदेश में पढ़ने जाने वाले विद्यार्थियों को ट्रांसक्रिप्ट इत्यादि पर RGPV के नाम के नीचे NAAC से एक्रीडेशन व A ग्रेड प्रकाशित कर दी जा रही है साथ ही समस्त आदेश, नोटिस में भी NAAC से A ग्रेड प्रकाशित किया जा रहा है।
यही नहीं विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करने की पराकाष्ठा देखिए कि NBA की कई इंजीनियरिंग कोर्स के लिए मान्यता तक नहीं ली गयी है।
SSR रिपोर्ट तैयार कर जल्द भेजी जाएगी। NAAC एक्रीडेशन के लिए प्रयासरत है। डॉक्टर मोहन सेन, कुलसचिव RGPV