वाहन द्वारा नर्मदा परिक्रमा
(कार्तिकी एकादशी) देवउठनी एकादशी के बाद नर्मदा परिक्रमा शुरू हो जाती हैं
बहुत से नर्मदा प्रेमी समय की कमी या शारीरिक अक्षमता के कारण वाहनद्वारा नर्मदाजी की परिक्रमा करना चाह रहे है। वाहन से परिक्रमा किस प्रकार हो सकती है, वह बताने की कोशिश कर रहा हूं।
अपने उपलब्ध समय के अनुसार १२ से २२ दिनों में वाहनद्वारा परिक्रमा हो सकती है।
नर्मदा परिक्रमा कहीं से भी शुरू कर सकते है। पर साधारणतः ओंकारेश्वर से परिक्रमा शुरू किजिये। मैया हमेशा हमारी दहनी ओर हो।
वाहन द्वारा परिक्रमा मार्ग
सनावद – रावेरखेडी – तेलीभट्ट्यान – शालिवाहन – लेपा पुनर्वास – छोटी कसरावद – मोहिपुरा – बडवानी –
पानसेमल – शहादा – प्रकाशा – मेडियासाग – डेडियापाडा – राजपिपला, शुलपाणेश्वर – राजपिपला – कुंभेश्वर(नानी पनोती) – पोईचा – राजपिपला – भालोद – गुमानदेव – अंकलेश्वर – रामकुंड – बलबला कुंड – हनुमान टिकरी – कोटेश्वर – विमलेश्वर
(यहां से नाव से तट परिवर्तन, वाहन नाववाले विमलेश्वर से मिठीतलाई पहुंचा देते है)
उत्तरतट : – मिठी तलाई – नवेठा – भरुच – शुक्लतिर्थ – मोटी कोरल – नारेश्वर – चांदोद – कुबेर भंडारी – तिलकवाडा – गरुडेश्वर – हाफेश्वर – कोटेश्वर – सहस्त्रार्जुन – महेश्वर – मंडलेश्वर – बडवाह – पुंजापुरा – नेमावर – बुदनी – बांद्राभान – नारायणपुर – बरेली – उदयपुरा – अनघोरा – उदयपुरा – बर्मान घाट – जबलपुर – मंडला – जोगि टिकरिया (यहां नर्मदाजी बहुत छोटी है, पुलिया पार न करे) – खाल्लेदुधी – बेनिबरी – राजेंद्रग्राम – अमरकंटक (यहां पहले उत्तर तट के सभी दर्शन कर गाईड द्वारा वाहन पार कर “माई की बगियां” होते हुए दक्षिण तटपर जायें) दक्षिण तट के दर्शन कर आगे निकले।
अमरकंटक दक्षिण तट – गोरखपुर – डिंडोरी – महाराजपुर लखनादौन – नरसिंहपुर – गाडरवाडा – बनखेडी – पिपरिया – सोहागपुर – बाबई (माखनलाल नगर) – नर्मदापुरम् (होशंगाबाद) – खोकसर – आंवलीघाट – सिवनी मालवा – टिमरनी – लछोरा – हरदा – हंडिया – खिरकिया – हरसुद पुनर्वास – मुंडी – सिंगाजी महाराज – सनावद – ओंकारेश्वर.
परिक्रमा संपूर्ण. संकल्प पुर्ती पूजा, कन्याभोज ओंकारेश्वर जी को जल चढाना,मांधाता परिक्रमा