ग्वालियर। सच्ची साधना न केवल आत्मा को शांति की अनुभूति कराती है, बल्कि जीवन में सफलता और संतुलन भी लाती है, साथ ही भावनात्मक मजबूती भी प्रदान करती है। आध्यात्म से
मनुष्य सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर उन्नति की ओर बढ़ सकता है। यह बात माउंट आबू से आए राजयोगी बी के आत्मप्रकाश भाई ने राजयोग ध्यान साधना शिविर में व्यक्त की। आपको बात दे कि आज प्रातः कालीन सत्र प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय, प्रभु उपहार भवन माधवगंज में तथा सायंकालीन सत्र शक्ति भवन ए-150 विद्या नगर न्यू कलेक्टरेट के सामने सिटी सेंटर में आयोजित हुआ। दोंनो ही जगह आत्मप्रकाश भाई ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता से मनुष्य अपने उद्देश्य को पहचान सकता है और इस क्षेत्र में आगे बढने के लिए अपनी दिनचर्या को सुंदर और व्यवस्थित बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज ज्यादातर लोगो की दिनचर्या रात को देर से सोने और सुबह देर से जागने की होती जा रही है जबकि हर व्यक्ति को जीवन का सही आनंद लेने के लिए, दिनचर्या पर ध्यान अवश्य देना चाहिए। रात्रि भोजन हल्का एवं समय पर लेने से ब्रह्ममहूर्त में आसानी से जगा जा सकता है और सुबह ब्रह्ममहूर्त में जागने वाले व्यक्ति का दिन सुंदर होता ही है। उन्होंने आगे कहा कि यदि आप मन से हल्के है तो निश्चित ही आपका खुशी का लेवल बढेगा फिर भी यदि कोई बात आपको हल्का नहीं रहने दे रही तो आप सब बातें ईश्वर के प्रति समर्पित कर दे, तो आप देखेंगे की समय अनुसार सब चीज़े अपने आप ही ठीक हो जाएंगी। यदि हम कोई बोझ लेकर चल रहे है तो हम मन से भारी हो सकते है, इसलिए हल्के रहने के लिए यह ध्यान रखे की जो हुआ वह अच्छा था, जो हो रहा है वह अच्छा है और जो होगा वह और भी अच्छा होगा, अर्थात अपने आप को ईश्वर के प्रति समर्पित कर दे।
परमपिता परमात्मा शिव से हमारे सर्व सम्बन्ध है इसलिए हम गाते है,
“त्वमेव माता च पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव, त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव, त्वमेव सर्वं मम देव देवः”
माता-पिता, गुरु, शिक्षक, सखा, स्वामी या सब कुछ तुम ही हो, तो जब जहाँ जिस सम्बन्ध की आवश्यकता हो उस सम्बन्ध से अपने मन की तार परमात्मा से जोड़े और उसी सम्बन्ध में उसे याद करे तो सर्व प्राप्तियां स्वतः होती रहेंगी। और जीवन का आनंद ले सकेंगे।
इस अवसर पर कार्यक्रम में लश्कर केंद्र प्रभारी बी के आदर्श दीदी एवं सिटी सेंटर केंद्र प्रभारी बी के चेतना दीदी ने भी अपनी शुभकामनाएं रखीं।
कार्यक्रम में सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित थे।