अभिनव कला समाज संगीत की सभी विधाओं समेत इंदौर की सांस्कृतिक गतिविधियों का भी गवाह रहा है। पं. मोहन शर्मा एक निष्णात गायक एवं संगीत गुरु है।उनकी लिखी किताब ‘संगीत का सफ़र-सृष्टि के आरंभ से आज तक… का विमोचन हुआ।इस अवसर पर महामंडलेश्वर दादू महाराज गजासीन शनिधाम इंदौर ने अपने उद्बोधन में बताया इस कलयुग में जब लोग बाथरूम से गाते गाते कैरिऑके पर गाने लगे है जबकि संगीत के लिए सुरों की साधना और रियाज़ होने के साथ साथ रागों से परिचय भी होना आवश्यक है सांसद शंकर लालवानी अब स्वयं लेखकों की जमात में शामिल हो गए हैं उन्होंने कहा संगीत की ये किताब अवश्य जानने वालों के लिए प्रकाश पुंज बन रास्ता रौशन करेगा ,सौना मल्होत्रा ने लेखक की संगीत साधना के साक्षात चमत्कार एक अल्हड़ जनवासिया को मंच पर बुलाया जो कभी बोल नही पाता था लेकिन अब गाते हैं ,स्टेट प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रवीण ख़ारीवाल ने संगीत के महत्त्व ऐसे शिक्षकों और संगीत शिक्षा का महत्त्व बताया। पुस्तक पर चर्चा भी हुई और संगीत के इतिहास के सार को आज की पीढ़ी के लिए बेहद उपयोगी बताया गया।संचालन और किताब पर चर्चा डॉ जावेद अहमद खान ने की ।इस अवसर पर संस्था नाद-ब्रह्म के गीत और भजनों की प्रस्तुति नेहा आचार्य ,निधि शर्मा,सोनू नामदेव और संस्था के विद्यार्थियों ने की।इस अवसर पर अंशुल आचार्य,सर्वेश शर्मा,सुरेश वर्मा व अन्य उपस्थित रहे।धन्यवाद हेमलता शर्मा ने माना।