
भोपाल की पहचान बड़ी झील के कैचमेंट एरिया में चिरायु अस्पताल बन गया है जिसकी एक मंजिल बारिश में पानी में डूब जाती है। मगर ऐसे चिरायु अस्पातल के कर्ताधर्ता डॉ. गोयनका जितने भाजपा के निकट हैं उतने ही कांग्रेस के भी करीबी हैं। विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आज जब कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरा तो शिवराज सरकार के पक्ष में खड़े हुए भाजपा विधायकों ने कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सरकार की बखिया उधेड़ी तो उसमें भोपाल की शान बड़ी झील के कैचमेंट को पूरकर बनाए गए चिरायु अस्पताल के मालिक की दोनों कश्तियों में सवारी सामने आई।
मध्य प्रदेश विधानसभा में आज नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने शिवराज मंत्रिमंडल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू की लेकिन चिरायु अस्पताल के भाजपा और कांग्रेस दोनों से ही नजदीकी उजागर करने वाले तथ्य को स्वीकार कर अपनी साफगोई को दिखाया। उन्होंने कोविड महामारी में शिवराज सरकार द्वारा चिरायु अस्पताल पर मेहरबानी की बात कही। उन्होंने कहा कि कोविड में सरकारी अस्पतालों को छोड़कर चिरायु अस्पताल को 70 करोड़ रुपए दे दिए। नेता प्रतिपक्ष ने चिरायु अस्पताल व उसके कर्ताधर्ता अजय गोयनका पर मरीजों व उनके परिजनों के साथ अमानवीय व्यवहार करने के आरोप लगाए। पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर, लक्ष्मीकांत शर्मा, पूर्व विधायक मनमोहन बट्टी जैसे लोगों व उनके परिवारों को मरीजों से नहीं मिलने दिया गया।
आवंटन पर सवाल उठाकर सुधार करने की मांग
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में चिरायु अस्पताल को 30 एकड़ जमीन दी गई थी जो 25 मेडिकल और पांच एकड़ डेंटल कॉलेज के लिए दी गई थी। जमीन बड़ी झील की कैचमेंट एरिया की है। पिछली बार ज्यादा बारिश होने पर चिरायु अस्पताल की एक मंजिल के बिस्तर पानी में डूब गए और लोगों के कमर तक पानी था। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगर कांग्रेस के समय गलत हुआ है तो आपने जिस तरह दूसरे सुधार किए, उसमें भी सुधार करो। ऐसे बड़े व्यापारियों में सबकी रुचि बढ़ जाती है।
मिश्रा का पलटवार, गोयनका का पीसीसी में सम्मान हुआ
चिरायु अस्पताल को कोविड में सबसे ज्यादा भुगतान के आरोपों के पलटवार में संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. सिंह पर तंज कसा कि आज पर जिस गोयनका पर राशन-पानी लेकर पिले पड़े हो, उनका वहां बुलाकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में कमलनाथ ने सम्मान किया था। मिश्रा ने कहा कि मतैक्य देखिये। मगर यह मामला उठाते समय नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह की साफगोई भी सामने आई जिसमें उन्होंने कहा कि हमारे कुछ मित्र भी उसे संरक्षण देते हैं।