सिटी टुडे। पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में गैंगस्टरों और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) के बीच बुधवार शाम को मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में तीन गैंगस्टर के मारे जाने की खबर है जबकि एक गैंगस्टर गंभीर रूप से घायल हुआ है। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर थार और स्कॉर्पियो में सवार थे। मुठभेड़ में पुलिस के दो जवान भी घायल हुए हैं।
एक साथी भागने में रहा कामयाब
पुलिस मुठभेड़ में गैंगस्टरों के टांगों और हाथों पर गोलियां लगी थीं। तीनों घायल गैंगस्टरों की पहचान रणजीत सिंह निवासी गांव बाह्मणियां शाहकोट, विशाल सोनी निवासी गांव मुंडेला कलां खन्ना, कुलविंदर उर्फ किंदा निवासी गांव हरीपुर जालंधर के रूप में हुई थी। इनमें से एक गैंगस्टर की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। चौथा साथी युवराज सिंह उर्फ योरी निवासी हलवारा थाना बिगला जालंधर भागने में कामयाब रहा था।
जनवरी में कांस्टेबल कमल बाजवा को मारी थी गोली
इसी साल आठ जनवरी को फगवाड़ा थाना सिटी के एसएचओ अमनदीप नाहर के गनर कांस्टेबल कुलदीप सिंह उर्फ कमल बाजवा की गैंगस्टरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। दरअसल, गैंगस्टर फगवाड़ा से एक क्रेटा गाड़ी छीनकर भाग रहे थे। गैंगस्टर्स-पुलिस के बीच आमने-सामने फायरिंग में कमल बाजवा ने अपनी जान गंवाई थी। वहीं मुठभेड़ में तीन गैंगस्टरों को भी गोली लगी थी। एक गैंगस्टर मौके से भागने में कामयाब रहा। इस मामले में जालंधर देहात की पुलिस ने थाना फिल्लौर में गैंगस्टरों के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
आरोपी गैंगस्टर फिल्लौर में पुलिसकर्मी कमल बाजवा की हत्या में शामिल थे। आठ जनवरी को फगवाड़ा थाना सिटी के एसएचओ अमनदीप नाहर के गनर कांस्टेबल कुलदीप सिंह उर्फ कमल बाजवा की गैंगस्टरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। दरअसल, गैंगस्टर फगवाड़ा से एक क्रेटा गाड़ी छीनकर भाग रहे थे। गैंगस्टर्स-पुलिस के बीच आमने-सामने फायरिंग में कमल बाजवा ने अपनी जान गंवाई थी। इससे पहले पंजाब पुलिस ने हत्या के तुरंत बाद मुठभेड़ में तीन गैंगस्टरों को पकड़ा था। वहीं एक गैंगस्टर को मार गिराया था। अब इस मामले में पुलिस और गैंगस्टरों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। एजीटीएफ प्रमुख प्रमोद बान ने खुद मोर्चा संभाल रखा है।
तेजा है गैंग का सरगना, 29 से अधिक मामले दर्ज
एजीटीएफ प्रमुख प्रमोद बान ने जानकारी दी कि आठ जनवरी को कुछ गैंगस्टरों ने फगवाड़ा से गाड़ी छीनी थी। पुलिस उसका पीछा कर रही थी। फिल्लौर के पास पुलिस व गैंगस्टरों में मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान उन्होंने एक पुलिस मुलाजिम को शहीद कर दिया था। इस ग्रुप का प्रमुख तेजा सिंह है। उस पर 29 से ज्यादा केस दर्ज है।
बुधवार को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स इनकी गाड़ियों का पीछा कर रही थी। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो आरोपी ने पुलिस पर गाड़ी चढ़ाकर भागने का प्रयास किया। पुलिस पर फायरिंग भी की। फायरिंग में पुलिस के दो जवान घायल हुए हैं। जवाबी फायरिंग में गाड़ी में सवार गैंगस्टरों की मौत हो गई। तेजा नवाशंहर एरिया में सक्रिय है। उन्होंने बताया कि करीब चार मिनट ऑपरेशन चला।