सिटी टुडे। ग्वालियर जिले में मतदाता सूची से सम्बंधित दावे व आपत्तियों का निराकरण पूर्ण कर लिया गया है। फार्म छह, फार्म सात एवं फार्म आठ का डेटा लॉक हो गया है। द्वितीय पुनरीक्षण में एक लाख 39 हजार 857 फॉर्म प्राप्त हुए थे, जिसमें पांच हजार 347 फार्म निरस्त हुए हैं। जिसमें एक लाख 34 हजार 261 फॉर्म स्वीकार किए गए हैं।
जो फार्म स्वीकार हुए है, उसकी वजह से ग्वालियर जिले की छह विधानसभा में 31 हजार लोगों के मतदाता सूची से नाम कट गए हैं और 45 हजार का नाम और पते बदले हैं। 57 हजार 10 नए मतदाता जुड़े हैं। गौरतलब है कि 2 अगस्त से ज़िले में मतदाता सूची का द्वितीय चरण का पुनरीक्षण शुरू हुआ था।
2 अगस्त से 11 सितंबर के बीच एक लाख 39 हजार 857 फॉर्म प्राप्त हुए। इन फॉर्म का 11 से 22 सितंबर के बीच निराकरण किया गया। सत्यापन के बाद इन्हें मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने व परिवर्तन की प्रक्रिया की गई। फॉर्म स्वीकार करने का अनुपात 96 फीसदी तक है। घर-घर सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद 4 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
रिकॉर्ड्स अनुसार नाम जोड़ने के लिए सबसे ज्यादा आवेदन ग्वालियर (15) विधानसभा में आए। ग्वालियर (15) विधानसभा में सबसे ज्यादा वोट बढ़े हैं। अधिकतर नए मतदाता हैं जिन्होंने 18 साल की उम्र हासिल की है।
हालांकि मतदाताओं का सत्यापन करने के लिए 20 सितंबर से सभी बीएलओ घर-घर पहुंचेंगे। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह द्वारा रजिस्ट्रीकरण एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को पूरी गंभीरता के साथ अपने-अपने क्षेत्र के बीएलओ के माध्यम से सत्यापन का काम कराने के निर्देश दिए हैं। दरअसल मतदाता सूचियों के द्वितीय संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाता सूची पूरी तरह से सही हो। इसके लिए बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन किया जाएगा। बीएलओ द्वारा 11 दिन तक घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन का कार्य किया जाएगा। सत्यापन की शुरुआत 20 सितंबर से होगी।