सिटी टुडे। पल्ला थाना क्षेत्र के सेहतपुर स्थित एक मकान में पतंजलि समेत अन्य ब्रांडेड कंपनियों के नकली घी बनाकर बाजार में बेचने का मामला सामने आया है।
कंपनी अधिकारियों की शिकायत पर फरीदाबाद खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी, स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच की एक टीम बनाकर छापेमारी की गई। छापेमारी में भारी मात्रा में नकली घी व ब्रांडेड कंपनियों के रैपर बरामद हुए हैं।
पुलिस ने मौके से एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर केस दर्ज किया है। इस मामले की जांच की जा रही है। पतंजलि कंपनी के अधिकारी जितेंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि सूर्या कॉलोनी नियर बिट्टू पानी प्लांट सेहतपुर के एक मकान में हमारी कंपनी का नकली घी बनाने की सूचना मिली थी।
इस पर उनकी टीम ने एफएसओ डॉ. सचिन शर्मा और पुलिस टीम के साथ मिलकर मौके पर पहुंचे तो मकान के अंदर एक युवक पतंजलि व अन्य कंपनी का नकली घी बनाता हुआ मिला।
पुलिस ने बताया कि मौके से मधु सूदन देशी घी, आनंदा देशी घी, पतंजलि गाय का घी व अन्य ब्रैंड जैसे मिल्क फूड देशी घी, मदर डेयरी देशी घी, अमूल देशी घी के डिब्बे, रैपर आदि मिले।
इसके अलावा भारी मात्रा में घी के पैकेट, महाकोस .रिफाइंड सोयाबीन आयल, एक छोटा गैस सिलेंडर, एक छोटा गैस चूल्हा रेगुलेटर, प्लास्टिक बोरे में नकली टाटा टी पैकेट, खाली पोली व दो बैग चाय पत्ती बरामद हुए।
जांच को भेजे सैंपल-
मौके पर बलदेव गोयल निवासी गली 8 सूर्या कॉलोनी नियर बिट्टू पानी प्लांट चेतन मार्किट सेहतपुर मिला। वह मूलरूप से गांव अलावड़ा, जिला अलवर राजस्थान का रहने वाला है। पुलिस व खाद्य सुरक्षा की टीम ने जब बलदेव से लाइसेंस मांगा तो कोई कागजात नहीं दे पाया।
टीम ने खाद्य पदार्थोँ के सैंपल लेकर खाद्य प्रयोगशाला में जांच के लिए भिजवा दिए हैं। क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 आरोपी बलदेव को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।
साथ ही उसके खिलाफ पल्ला थाने में केस भी दर्ज करा दिया है। बताया जाता है कि आरोपी इस सामान को फरीदाबाद या आसपास में नहीं बेचता था। बल्कि सामान को नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली और गुरुग्राम में बेचता था।
नकली देसी घी की पहचान-
फूड सेफ्टी अधिकारी डॉ. सचिन शर्मा ने बताया कि आप असली और नकली घी की पहचान उसको गर्म करके कर सकते हैं। अगर घी गर्म होकर पिघल के भूरे रंग की हो जाती है। इस स्थिति में आपका घी शुद्ध है।
वहीं अगर आपके घी को पिघलने में समय लग रहा है। इसके अलावा वह पिघलकर हल्का पीला रंग का हो रहा है। ऐसे में आपका घी मिलावटी या कहें नकली हो सकता है।
इसके अलावा आप पिघले हुए घी में दो बूंद आयोडीन नमक घोलकर भी उसकी वास्तविकता के बारे में पता कर सकते हैं। अगर घी में आयोडीन मिलने के बाद वह बैंगनी रंग में बदल जाता है। ऐसे में जान लीजिए की आपके घी में स्टार्च मिला हुआ है।
आपको इस तरह के घी का सेवन करने से बचना चाहिए। आप चम्मच में घी लेकर अपनी हथेली पर रखकर भी इसके बारे में पता कर सकते हैं। अगर घी आपकी हथेली पर पिघल जाता है। इस स्थिति में आपका घी शुद्ध है। अगर वह पिघलता नहीं है। ऐसे में आपका घी नकली है।