सिटी टुडे। एशिया ही नहीं विश्वभर में विख्यात ग्वालियर की शान फिजिकल एजुकेशन संस्थान LNIPE में इन दिनों कुछ भी ठीक नहीं है। मेडम VC को जबरन कार्य करने से रोका जा रहा है आलम ये है संस्था प्रमुख होते हुए मेडम के आदेशों की अवहेलना करते हुए बिना अवकाश आवेदन देकर एक वरिष्ठ अधिकारी मेडम को आंखे तरेरते हुए मनमर्जी से गाड़ी उठाकर घर निकल जाते हैं मेडम देखती रह जाती हैं। मेडम हैरान है किससे करवाएं संस्थान का कार्य।
प्रत्येक वर्ष स्कूलों में ग्रीष्म कालीन अवकाश लगने के बाद LNIPE में समर केम्प में स्वीमिंग सिखाई जाती है लेकिन इस वर्ष सब कुछ नियत समय से जारी था विज्ञापन निकाला, आवेदन आमंत्रित किए गए, स्क्रूटनी की गई फिर लॉटरी सिस्टम से बच्चों को दाखिला दिया इसके लिए 4720 रु फीस जमा करवाई और 50 रु का स्टाम्प पेपर, डॉक्टर द्वारा फिटनेस सर्टिफिकेट जैसे कागज 1 दिन के समय में जमा करवाए यही नहीं अभिभावकों ने अपने बच्चो के लिए स्वीमिंग कॉस्ट्यूम व एसेसरिज स्किन रिएक्शन से बचाव के लिए वाटरप्रूफ सनस्क्रीन भी खरीद डाली क्योंकि जिगर के टुकड़े के स्वास्थ से जुड़ा मामला है लेकिन हद तो देखिए कि LNIPE में आपसी खींचतान और राजनीति किस कदर हावी है कि पहले तो स्वीमिंग की सभी सातों बेच में 50 बच्चे न लेकर 35 बच्चे सिलेक्ट किये उसका कारण है कि स्टाफ है ही नहीं कॉलेज के छात्र से ही इंस्ट्रक्टर का कार्य करवाया जा रहा है जिससे बच्चो का भविष्य भी खतरे में है बात यहीं नहीं थमती लापरवाही की पराकाष्ठा देखें कि प्रवेश प्रक्रिया सम्पूर्ण हो गई फीस जमा हो गई 17 मई 2024 सुबह से स्वीमिंग सिखाई जानी है इसके ठीक कुछ घण्टे पहले 16 मई 2024 को देर शाम ईमेल कर स्वीमिंग केम्प निरस्त कर दिया गया। कारण कि जिस इंडोर स्वीमिंग पूल में सुबह तैराकी सिखाई जानी थी उसमें पड़ी दरार देखने तक कि फुर्सत किसी भी जिम्मेदार को नहीं मिली क्योंकि दिलो दिमाग में शह और मात की राजनीति और अहंकार भरा है काम आखिर कौन करे ऐसे में अब अभिभावक परेशान क्योंकि उनकी तो सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी थी। उसके बाद आज दिनांक तक समाचार लिखे जाने तक अभिभावकों द्वारा जमा करवाई गई फीस वापस नही की गई है।
आगे जारी…