सिटी टुडे, खंडवा। शराबबंदी की मांग को लेकर पूर्व सीएम उमा भारती के बाद अब पीड़ित महिलाओं ने भी मोर्चा खोल दिया है। खंडवा के मोरटक्का में नशे के आदि पति और बेटों से परेशान महिलाओं ने पुलिस चौकी का घेराव किया|
दरअसल, इन दिनों मध्यप्रदेश में नशे के कारोबार को लेकर कई जगह बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है, लेकिन वहीं दूसरी ओर नर्मदा के तटों पर नशे का कारोबार बेखौफ फल-फूल रहा है। जिसे लेकर खंडवा जिले के मोरटक्का में महिलाओं ने पुलिस चौकी का घेराव कर दिया। यहां की महिलाएं पति और बच्चों के नशा करने से परेशान हैं। उनका कहना है कि शराब और गांजे ने हमारे घर उजाड़ दिए। कई बार शिकायतें की, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। हाथों में तख्तियां लिए विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी कर रही महिलाएं मीडिया को अपना दर्द बताते हुए भावुक भी हो गईं।
क्षेत्र की महिलाओं का आरोप है कि नर्मदा के तटीय इलाकों में नशे का कारोबार तेजी से पनप रहा है। नशे के कारण हमारे बच्चों की जिंदगियां खराब हो रही है। घर बर्बाद हो रहे है, लेकिन किसी जिम्मेदार को इसकी चिंता नहीं है। घर के मर्द शराब पीकर आते हैं और महिलाओं व बच्चों से मारपीट करते हैं। तो कभी खुद फांसी लगाने की कोशिश करते हैं। कई बार तो रस्सी काटकर उन्हें बचाया है। पीड़ित महिलाओं ने चौकी का घेराव कर एक शिकायती आवेदन भी सौंपा और जल्द से जल्द नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने की मांग की है और चेतावनी भी दी है कि यदि माफिया पर कार्रवाई नहीं हुई तो वो उग्र आंदोलन करेंगे।
वहीं महिलाओं की मांग को लेकर ओंकारेश्वर थाना प्रभारी का कहना है कि महिलाओं से शिकायत प्राप्त हुई है। कुछ लोगों के नाम भी दिए हैं। मामले की जांच कराएंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।