December 24, 2024
Spread the love

आरोप है कि सुकेश ने एक करोड़ रुपये महीना देकर जेल के अंदर मौजूद पूरे स्टाफ और जेलर को भी अपनी सेवा में लगा रखा था. वो 12 महीनों तक रोहिणी जेल में बंद था। तब तक वो जेल को 12 करोड़ रुपये रिश्वत के तौर पर दे चुका था. इस पूरे खेल में रोहिणी जेल के 82 अफसर और कर्मचारी शामिल थे।

देश के सबसे बड़े ठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) ने अपनी चिठ्ठी में कई बड़े खुलासे किए हैं. जिससे दिल्ली की सरकार भी सवालों के घेरे में आ गई है. वजह है सुकेश का वो संगीन इल्जाम जो उसने दिल्ली सरकार के तत्कालीन मंत्री सत्येंद्र जैन पर लगाया है. इल्जाम है कि आप नेता सत्येंद्र जैन ने उससे 10 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी के तौर पर लिए थे. उस वक्त वो तिहाड़ की रोहिणी जेल में बंद था. उसने वहां जमकर करोड़ों रुपये रिश्वत के तौर पर खर्च किए थे. इसी वजह से जेल के एक नहीं दो नहीं बल्कि पूरे 82 अफसरों और कर्मचारियों पर गाज गिरी. जानिए कहानी उसी रिश्वतकांड की.

करोड़ों की रिश्वत देने का आरोप

आरोप है कि सुकेश ने एक करोड़ रुपये महीना देकर जेल के अंदर मौजूद पूरे स्टाफ और जेलर को भी अपनी सेवा में लगा रखा था. वो 12 महीनों तक रोहिणी जेल में बंद था और और तब तक वो जेल को 12 करोड़ रुपये रिश्वत के तौर पर दे चुका था. इस पूरे खेल में रोहिणी जेल के 82 अफसर और कर्मचारी शामिल थे. ऐसे में अब यही कहा जा सकता है कि रिश्वत लो तो जेल जाओ और दो तो जेल जाओ, लेकिन जेल के अंदर ही अगर रिश्वत लें और दें तो फिर कहां जाएं? 

वायरल हो गई थीं जेल की तस्वीरें

देश का सबसे बड़ा ठग या सबसे बड़ा नटवरलाल सुकेश चंद्रशेखर जब रोहिणी जेल के वार्ड नंबर तीन और बैरक नंबर 204 में बंद था. तो उसकी कुछ तस्वीरें सामने आईं थीं, जो 7 अगस्त 2021 की बताई जा रही थीं. पता चला कि ठग-ए-आज़म को बाकायदा जेल के अंदर एक पूरा बैरक ही अलग से दे दिया गया था. जहां बकायदा पर्देदारी की गई थी. सीसीटीवी कैमरों को धोखा देने के लिए पर्दे डाले गए थे. 

सीसीटीवी कैमरों पर पर्दे

जब महागठ रोहिणी जेल में बंद था, तो तिहाड़ जेल की तरफ से एक बयान आया था, जिसमें कहा गया था कि सुकेश पर नजर रखने के लिए उसके बैरक के इर्द-गिर्द 55 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. अब कैमरों को छुपाना और ढकना था. लिहाज़ा पर्दे, तौलिए, कपड़े यहां तक कि पानी के बोतल तक से कैमरों को ढक दिया गया था. ताकि पर्दे के पीछे से सुकेश अपना धंधा आसानी और आजादी से चलाता रहे.

12 महीने 12 करोड़

जेल में इतनी मेहरबानी के बदले जेल स्टाफ का मोटी रकम मिल रही थी. क्योंकि जेल में मुफ्त कुछ नहीं मिलता. वहां सब माया का खेल होता है. एक साल के दौरान जेल में बैठकर ही सुकेश 200 करोड़ कमा सकता है तो क्या कुछ करोड़ जेल स्टाफ को नहीं दे सकता? उसने जेल में दिल खोल कर पैसे दिए. महीने का करीब एक करोड़. यानी एक साल में लगभग 12 करोड़. तिहाड़ जेल पर ये इल्जाम खुद पुलिस ने लगाया था. पुलिस की चार्जशीट में इस बात का खुलासा किया गया था.

दरअसल, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस पूरे मामले की जांच की थी. उसी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. जिसमें कहा गया था कि जेल के अंदर जेल का स्टाफ पूरी तरह बिके हुए थे. ऊपर से नीचे तक हरेक को सुकेश पैसे देता था. 

जेल में आईफोन इस्तेमाल करता था सुकेश

चार्जशीट के मुताबिक सुकेश के पास जेल में पूरे साल भर तक मोबाइल था. आईफोन 12 प्रो और आईफोन 11. इन्ही मोबाइल नंबरों से वो जेल में बैठ कर ही बाहर के लोगों को चूना लगाता और उनसे पैसे ऐंठता था. साल भर में अकेले जेल में ही बंद एक बिजनेसमैन की पत्नी से उसने करीब 200 करोड़ रुपए वसूले थे. कई बार तो पैसे लेने के लिए उसने जेल के स्टाफ को उन्हीं की गाड़ी में भेजा था.

पहले हुई थी 8 लोगों की गिरफ्तारी

चार्जशीट के मुताबिक पहले जेल के आठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था. जिनमें जेल सुप्रींटेंडेंट, डिप्टी सुपरींटेंडेट से लेकर कई पुलिसवाले शामिल थे. यहां तक कि सुकेश जेल के गार्ड और सफाई कर्मचारियों तक को रिश्वत देता था और बदले में वो उसकी हर ख्वाहिश पूरी करते थे.

40 कैदियों की बैरक में अकेला रहता था सुकेश

एक करोड़ महीने की रिश्वत के बदले ही उसे जेल में फोन की सुविधा थी. अलग से खास बैरक था. जी खास बैरक. क्योंकि जो बैरक की तस्वीर सामने आई थीं, उस बैरक में अमूमन 40 कैदी एक साथ रहते हैं. पर जेलर की मेहरबानी से 40 कैदियों वाले इस बैरक में सुकेश अकेला रह रहा था. यहां उसके खाने-पीने के लिए हर खास चीज भी मुहैया थी. इंटरटेनमेंट के सारे साधन थे और सबसे बड़ी बात कि वहां लगे हर कैमरे पर पर्दा था.

चार्जशीट में था सुकेश की पत्नी का नाम

उस वक्त दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने चार्जशीट में दो सौ करोड़ की ठगी के मामले में कुल 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इसमें उसकी पत्नी और फिल्म एक्ट्रेस लीना का नाम भी शामिल था. जबकि चार्जशीट में फिलहाल जेल के पांच अधिकारियों के नाम शामिल किए गए थे. दिल्ली पुलिस के मुताबिक सुकेश ने धोखे से बनाए पैसों में से काफी पैसा बॉलीवुड में भी लगाया था. 

जेल में शाही जिंदगी जीता था सुकेश

अब जो ठग एक करोड़ रुपए महीना जेल स्टाफ को रिश्वत दे और पिछले बारह महीने से देता रहे उसके पास कितने पैसे होंगे? जेल के अंदर से ही 200 करोड़ की वसूली करने वाला सुकेश आलीशान जिंदगी जीता था. उसकी शाही जिंदगी के बारे में जानकर आपके मन में सवाल पैदा होने लगेगा कि आख़िर ये दौलत, ये कारें, ये शानो-शौकत और ये घर कैसे उसके पास आया? वो काम क्या करता है. ये गिनती कहां से शुरू होकर कहां पर ख़त्म होती है.

पोल खुलने के पहले तक सुकेश चंद्रशेखर हर महीने जेल के मुलााज़िमों पर कोई लाख-दो लाख या दस लाख रुपये नहीं बल्कि तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये लुटा रहा था. यानी वो वो हर महीने जेल कर्मियों को रिश्वत के तौर पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये देता था.

अरबों की दौलत का मालिक था सुकेश

अरबों की दौलत और अमीरी के मालिक सुकेश चंद्रशेखर और उसकी फिल्म स्टार बीवी लीना मारिया पॉल पर हवाला कारोबार समेत अरबों की हेराफेरी के मामले दर्ज हैं. जिसकी जांच करनेवाली एंजेसी एनफोर्समैंट डायरेक्टरेट यानी प्रवर्तन निदेशालय की मानें तो चेन्नई का रहनेवाला सुकेश चंद्रशेखर ना सिर्फ़ एक पुराना ठग है, बल्कि उसका जेल में आना-जाना भी लगा ही रहता है. 

जेल में बैठकर की थी 200 करोड़ की ठगी

सुकेश साल 2020 में तब सुर्खियों में आया था, जब उसने दिल्ली की एक बड़ी कंपनी के प्रोमोटर की बीवी से उसके पति के खिलाफ़ दर्ज मामलों में कोर्ट और सरकार से राहत दिलाने के नाम पर दो सौ करोड़ रुपये ठग लिए थे. सुकेश ने ठगी अपने किसी अड्डे या किसी तहखाने से नहीं, बल्कि क़ानून के मुहाफ़िज़ों की नाक के नीचे दिल्ली की रोहिणी जेल से बैठे-बैठे की थी. 

सुकेश ने ऐसे फंसाया था शिकार

सुकेश ने एक बड़ी कंपनी के मालिक की बीवी से खुद को किसी मंत्रालय से जुड़ा अफ़सर बताकर कॉन्टैक्ट किया था. उसने उस महिला से कहा था कि भारत सरकार अब उनकी कंपनी के साथ मिलकर कोरोना पर काम करना चाहती है. लेकिन इससे पहले उनकी कंपनी और कंपनी के मालिक यानी उसके पति के खिलाफ़ दर्ज मुकदमों का ख़ात्मा ज़रूरी है. इसके बाद उसने खुद ही अपनी तरफ से एक-एक कर सारे मुकदमों का ख़ात्मा कराने का प्रोपोज़ल उस महिला को दिया.

रिश्वत देने के नाम पर वसूले थे करोड़ों

लेकिन बदले में करोड़ों रुपयों की ज़रूरत बताई. सुकेश ने कहा कि ये रुपये उसे हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजेज़ के अलावा बाकी अफ़सरों को देने होंगे. महिला उसकी बातों में आ गई और रुपये ठगने या यूं कहें कि रुपये लूटने का सिलसिला शुरू हो गया. ये सिलसिला जून 2020 से शुरू हुआ और जुलाई 2021 तक चलता रहा. महिला कूरियर के ज़रिए करोड़ों रुपये भिजवाती रही और सुकेश के लोग उसे कलेक्ट कर मंडोली जेल में सुकेश के पास पहुंचाते रहे.

जेल और बैंक के अफसरों से मिली थी मदद

और तो और इस काम में रोहिणी जेल के कुछ अफ़सर और आरबीएल बैंक की वीपी कोमल पोद्दार की भी ख़ास भूमिका रही. इस तरह जेल में बैठे-बैठे सिर्फ़ फर्ज़ी पहचान और स्पूफिंग वाले टेलीफोन कॉल्स के ज़रिए सुकेश चंद्रशेखर ने उस महिला से पूरे 200 करोड़ रुपये ठग लिए.

सुकेश की मोडस ऑपरेंडी

अब बात इस महाठग की मोडस ऑपरेंडी यानी ठगी के तौर तरीक़े की. पुलिस की मानें तो महाठग सुकेश चंद्रशेखर को सरकारी तंत्र की बारीक से बारीक जानकारी है. इसी का फायदा उठा कर वो लोगों को फंसाता है. वो अक्सर उन अमीर लोगों को फंसाता है, जिनका कोर्ट या किसी सरकारी महकमे में कोई बड़ा काम अटका हो. वो खुद तो कभी सामने नहीं आता है, लेकिन फर्ज़ी सरकारी अफसर बन कर ऐसे लोगों से उनका काम करवा देने का झांसा देता है और उन्हें किसी परजीवी की तरह आहिस्ता-आहिस्ता खोखला करता रहता है.

ऐसे फंसे थे जेल के 82 अफसर

फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह समेत कुछ अमीर लोगों को ठगने के आरोपी महाठग सुकेश चंद्रशेखर का मामला जब सुर्खियों में आया था, तो दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने जांच की. फिर ईओडब्लू ने तिहाड़ जेल को लिखा था कि रोहिणी जेल के 82 कर्मचारियों के खिलाफ जांच की जरूरत है, जो महाठग सुकेश की मदद करने को लेकर शक के दायरे में हैं. इसके बाद ये जांच पूरी की गई तो सबकी करतूतें सामने आ गईं. जेल के अफसरों से लेकर सफाई कर्मचारी तक इस रिश्वत कांड में शामिल थे. उसकी धोखाधड़ी में शामिल तिहाड़ जेल के कई अफसरों को वो मोटी रकम देता था.

ईडी ने किया था बंगला सीज 

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 24 अगस्त 2021 को चेन्नई में सुकेश का सी-फेसिंग बंगला सीज कर दिया था. उस वक्त छापे के दौरान उसके बंगले से 82.5 लाख रुपये, 2 किलो सोना और 12 से ज्यादा लग्जरी कारें जब्त की गई थीं. 

मंडोली जेल में भेजा गया था सुकेश

महाठग सुकेश चंद्रशेखर के महा रिश्वतकांड का खुलासा होने के बाद देश की सबसे बड़ी अदालत ने उसे मंडोली जेल में शिफ्ट करने का फरमान सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट ने एक सप्ताह के भीतर सुकेश को मंडोली जेल शिफ्ट करने का आदेश दिया था. उस आदेश के पालन में सुकेश को तभी मंडोली जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. जहां उस पर कड़ी नजर रखी जाती है

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *