अशोकनगर के ईसागढ़ जनपद क्षेत्र के श्यामाटोरी गांव में कुछ दिनों पहले आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर भर्ती की गई थी। भर्ती होने के समय दो फॉर्म सामने आए थे। जिनमें से रचना यादव की नियुक्ति कर दी गई। दूसरा आवेदन करने वाली महिला के पति ने सोमवार को तहसील कार्यालय पहुंचकर आवेदन दिया और बीपीएल की जांच कराने की मांग की है।
आवेदन में बताया कि पहले नंबर पर महिला बाल विकास विभाग ने संगीता बाई का नाम जारी किया था, जबकि दूसरे नंबर पर रचना बाई का नाम था। आवेदक महिला संगीता बाई के पति ने बताया कि हमाने आवेदन फॉर्म में बीपीएल कार्ड लगाया था साथ ही 64 प्रतिशत अंक थे। जबकि दूसरी आवेदन करने वाली महिला रचना बाई की 61 प्रतिशत अंक थे और उन्होंने जो बीपीएल कार्ड लगाया गया है उसमें उनका नाम नहीं है। दूसरे लोगों का नाम है उन्होंने फर्जी तरीके से बीपीएल कार्ड लगाया है। जिस बीपीएल कार्ड में वह नाम बता रहे हैं जबकि उनकी आईडी भी अलग है। इसके बावजूद भी फर्जी तरीके से बीपीएल कार्ड लगा दिया गया। उसके द्वारा बताया गया कि हमारे बीपीएल कार्ड को जांच का हवाला देते हुए निरस्त कर दिया है। जबकि पहले नंबर पर सूची में नाम भी प्रकाशित कर दिया गया था दूसरे नंबर पर आने वाली महिला को सहायिका के पद पर नियुक्त कर दी गई।