सिटी टुडे, जबलपुर। प्रदेश सरकार शासकीय अस्पतालों को बेहतर सेवाएं देने के लिए भले ही कितने प्रयास क्यों न कर ले, लेकिन वहां पदस्थ अधिकारी- कर्मचारी उसे पलीता लगाने में नहीं चूकते हैं। हम बात कर रहे है शहपुरा स्वास्थ्य केन्द्र की यहां एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ है। जिसमें अस्पताल तो बहुत सुंदर तरीके से सुसज्जित किया गया है। लेकिन इस अस्पताल से कर्मचारी गायब है। पलंग पर आवारा कुत्ते आराम फरमा रहे हैं।
यह वीडियो शहपुरा उपस्वास्थ्य केंद्र में अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर आए पति अर्पित जैन ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया था।वीडियो रात्रि तीन बजे का है। अस्पताल में एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं है और खाली पलंगों पर दो कुत्ते आराम कर रहे है तो वहीं उछल कूद करते भी देखा जा सकता है।
इस सम्बंध में अर्पित जैन ने बताया कि अस्पताल में उसकी पत्नि श्रीमती साक्षी जैन को डिलेवरी कराने के लिए भर्ती किया गया है। अर्पित का कहना है कि अस्पताल में हर जगह गदंगी फैली हुई है यहां पर साफ-सफाई नहीं होती है। जिसके कारण अस्पताल र्दुगंध मारता है।
सफाई कर्मचारी हमेशा गायब रहते हैं मात्र एक नर्स है सिर्फ वही अस्पताल संभाल रही है। वीडियो के वायरल होते ही सुबह डॉक्टर और पूरा स्टॉफ सक्रिय हो गया। इधर अर्पित ने पहले तो कई आरोप लगाए लेकिन बाद में उसने बताया आज उसकी पत्नी का सिजेरियन किया जा रहा है। इसलिए वह नहीं चाहता कि उसकी पत्नी को कोई परेशानी हो जावे।
भले ही अर्पित कुछ भी ना कहे लेकिन वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सरकारी अस्पतालों में किस तरह अव्यवस्थाओं का आलम है। सूत्रों का कहना है कि ज्यादातर अस्पतालों में पूरा स्टॉफ शहर से जाता है जो कि शाम ढलते ही वापस शहर लौट आता है ऐसी स्थिति में सरकार भले ही करोड़ों रुपए खर्च करके ग्रामीण अस्पतालों में खोल दे लेकिन जब स्टॉफ ही फुल टाइम नहीं रहेगा तो वह मरीज की कैंसे देखभाल और उपचार करेगा।