सिटी टुडे। राजमाता विजयराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति प्रो.अरविंद कुमार शुक्ला ने कृषि विज्ञान केंद्र शिवपुरी का भ्रमण करते हुए केंद्र पर चल रही गतिविधियों का अवलोकन किया।
प्रो. शुक्ला ने केंद्र पर पौधारोपण करने के उपरांत जिले के परिवेश में नवाचार अंतर्गत स्ट्रौबरी फसल का मूल्यांकन के बारे में जाना एवं टमाटर फसल के मूल्य संवर्धन के बारे में ग्रामीण स्तर पर उद्यमिता से जोड़ने के लिए मार्गदर्शन दिया। समन्वित कृषि प्रणाली के अंतर्गत वर्षा जलसंचय के साथ किसानों को निरंतर और सतत आय देने वाले कृषि के आयाम जैसे मत्स्य, मुर्गीपालन, बकरी एवं सहयोगी फसलों तथा मूल्यवान फलों के मॉडल को देखते हुए और अधिक लाभकारी बनाने के लिए फार्मिंग सिस्टम रिसर्च की तकनीकों को भी लेने के लिए कहा। भ्रमण के दौरान केंद्र की उद्यान इकाई में स्थापित ग्वालियर 27 अमरूद की प्रजाति के लिए और नवीन प्रजाति चयन करने के बारे में भी मार्गदर्शन दिया। क्षेत्र में भूजल स्तर की घटते क्रम को देखते हुए निर्मित किए गए वर्षा जलसंग्रह तालाब श्रृंखलाओ के निर्माण पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए और अधिक लाभ के लिए फेंसिंग एवं बायो फेंसिंग के साथ बांस, कारोंदा का पौधा लगाने के लिए भी सुझाव दिया। भ्रमण के दौरान निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ.वाई.पी.सिंह द्वारा जिले में मृदा स्वास्थ हेतु मृदा परीक्षण, प्राकृतिक खेती जागरूकता एवं प्रदर्शन इत्यादि के बारे में बतलाया एवं सुझाव भी दिया। केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. पुनीत कुमार राठौर ने केंद्र की गतिविधियों से अवगत कराते हुए दिए गए सुझावों को केंद्र की टीम के साथ एक वर्ष में पूर्ण करने का आश्वासन दिया।
इसी क्रम में मध्य प्रदेश शासन उपाध्यक्ष पाठ्य पुस्तक निगम राज्य मंत्री दर्जा श्री प्रल्हाद भारती ने कुलपति से मुलाकात करते हुए शिवपुरी क्षेत्र में कृषिगत गतिविधियों में शिक्षा, ग्रामीण रोजगार और उद्यमिता को बढाए जाने के लिए विश्वविद्यालय स्तर से नवीन सेंटर स्थापित करने के लिए कहा एवं अपने स्तर से शासन के साथ समन्वय करने के लिए भी आश्वासन दिया।