मध्यप्रदेश में चुनावी साल में नेताओं का दलबदल विस्फोट जारी है। दोनों ही इस दौड़ में एकदूसरे पर हावी होने के प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में नीमच जिले में बीजेपी को झटका लगने वाला है। बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य समंदर पटेल कांग्रेस में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि समंदर पटेल ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी है और 2018 में कांग्रेस से बगावत कर विधानसभा चुनाव लड़ चुके है। समंदर पटेल के बागी होने के कारण कांग्रेस को 2018 में जावद से हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस जावद सीट करीब 4 हजार वोटों से हारी थी। समंदर पटेल को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 33 हजार के करीब वोट मिले थे। 18 अगस्त को समंदर पटेल कांग्रेस में शामिल होंगे। उनके कांग्रेस में शामिल होने के बाद जावद से बीजेपी और कांग्रेस का राजनीतिक समीकरण बदलेगा।
पटेल से जुड़े सूत्रों की माने तो गत 4 जुलाई 2023 को नई दिल्ली जाकर समंदर पटेल ने अपने नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर अपनी पीड़ा जाहिर कर दी थी उसके बाद से ही एहसास हो गया था कि श्री पटेल जल्द ही कॉंग्रेस में घर वापसी कर सकते है लगभग सवा महीने के जद्दोजहद के बाद फाईनल हुई स्क्रिप्ट अनुसार 18 अगस्त 2023 को समंदर पटेल कॉंग्रेस में शामिल होंगे।
आज शुक्रवार को जिला कांग्रेस अध्यक्ष के बैनर तले प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गयी है जिसमें अपने समंदर पटेल विधिवत कांग्रेस को ज्वाइन करने की बात करेंगे। जिसे लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया ने बताया कि कमलनाथ जी ने बुधवार को भोपाल बुलाया और पूछा कि क्या समंदर पटेल को कांग्रेस में लेना चाहिए तो इस पर उन्होंने कहा कि आपका निर्णय सर्वमान्य होगा। इस तरह से कांग्रेस में आने की पुष्टि स्वयं जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया ने भी की है।
उनके कांग्रेस में जाने को लेकर कहा जा रहा है कि वह कंडीशनल ही कांग्रेस में जा रहे हैं क्योंकि हाल ही में BJP की ओर से क्लीयर कट कह दिया गया था। जावद विधानसभा से टिकट देने की बात पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया के मुताबिक, किसी प्रकार की कोई कंडीशन नहीं है। सर्वे के आधार पर टिकट दिया जाएगा।